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नई दिल्ली। कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के बयान पर संयुक्त किसान मोर्चा ने पलटवार किया है। मोर्चा ने बयान जारी कर कहा है कि कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर के यह कहकर किसानों के संघर्ष का अपमान किया है कि भीड़ इक्कठी करके कानून वापस नहीं लिए जाते।
किसान मोर्चा ने कृषि मंत्री के बयान की निंदा की, कहा- नरेंद्र तोमर ने किसानों का अपमान किया
संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि हम तोमर सहित पूरी सरकार को यह बताना चाहते हैं कि यह लोगों के मन में सरकार के प्रति असंतोष है जो संघर्ष में बदल गया है। आज देश दुनिया में लोग अन्नदाता के सम्मान में अपना समर्थन दे रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे लोग "भीड़" नहीं, "अन्नदाता" है जिसकी मेहनत का उगाया भोजन आप भी खाते हैं। इसी "भीड़" के वोट से आप सरकार चला रहे हैं, इस तरह जनता का अपमान निंदनीय है।
किसान मोर्चा ने कृषि मंत्री के बयान की निंदा की, कहा- नरेंद्र तोमर ने किसानों का अपमान किया
किसान नेताओं के मुताबिक सरकार के लिए यह आंदोलन सरदर्द बना हुआ है। समाज में भी जो इस आंदोलन को समर्थन दे रहे है उन्हें निशाना बनाकर परेशान किया जा रहा है। दिशा रवि से लेकर अन्य सामाजिक कार्यकर्ता निशाने पर हैं। हाल ही में रामपुर, उत्तराखंड के नेता फरहत जमाली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने गाजीपुर धरने पर पहुंचकर किसानों को समर्थन दिया था। हम फरहत जमाली व अन्य सभी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की निंदा व विरोध करते हैं।
किसान मोर्चा ने कृषि मंत्री के बयान की निंदा की, कहा- नरेंद्र तोमर ने किसानों का अपमान किया
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संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि किसान आंदोलन को मजबूत करने के लिए देशभर के किसान लामबंद हो रहे हैं। अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा की मतकल, नारायणपेठ, तेलंगाना राज्य में 21 फरवरी को तीन कृषि कानूनों को रद्द कराने व एमएसपी कानून बनवाने के लिए बड़ी रैली व जनसभा हुई। पिछले दिनों पंजाब के बरनाला में ऐतिहासिक किसान मजदूर महा रैली हुई जिसमें महिलाओं की बड़ी भागीदारी रही। आज हरियाणा के खरखौदा में किसानों के समर्थन में सर्व जातिय महापंचायत आयोजित की गई।
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