अब किसान आंदोलन का क्या होगा! आज सिंघु बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक
चंडीगढ़: तीनों कृषि कानूनों की वापसी के बाद आज सिंघु बॉर्डर (Singhu border) पर संयुक्त किसान मोर्चा (Kisan Morcha meeting ) की बैठक होगी। बैठक में आगे के आंदोलन की रणनीति पर चर्चा होगी। भारतीय किसान यूनियन एकता डकोंदा के प्रधान बूटा सिंह ने कहा कि सरकार जल्द किसानों से बातचीत शुरू करे। संयुक्त किसान मोर्चा की कई और भी डिमांड हैं। किसान एमएसपी पर बनने वाली कमेटी को टाइम बाउंड करवाना चाहते हैं। इसके साथ ही आंदोलन में किसानों पर दर्ज किए गए 14 हजार मामलों को वापस लेने की भी संयुक्त किसान मोर्चा मांग कर रहा है। बूटा सिंह ने कहा कि आंदोलन में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों को मुआवजा और सिंघु बॉर्डर को यादगार स्थल बनाया जाए। किसान आंदोलन की बरसी पर 26 नवंबर को सभी बॉर्डर पर किसान एकत्रित होंगा। इसके साथ ही संयुक्त मोर्चा के सभी कार्यक्रम पहले की तरह ही जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी लोकतंत्र की जीत है और तानाशाही की हार