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कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने खेती-किसानी को लेकर किया ये प्रयोग

Written by  Arvind Kumar -- September 14th 2019 11:48 AM -- Updated: September 14th 2019 11:54 AM
कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने खेती-किसानी को लेकर किया ये प्रयोग

कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने खेती-किसानी को लेकर किया ये प्रयोग

कुरुक्षेत्र। (अशोक यादव) किसानों की आय को दोगुना करने और खर्चों को कम करने के लिए अब यूरिया के साथ जैविक खाद का मिश्रण का प्रयोग किया जा रहा है। इसका पहला प्रयोग पंजाब में किया गया और अब हरियाणा में इसका प्रयोग किया जाएगा। इस नए प्रयोग से किसानों को अच्छे परिणाम मिले हैं और इसका सारा श्रेय कुरुक्षेत्र के गांव डंगाली के प्रगतिशील किसान करण सिकरी को दिया जा रहा है। अहम पहलु यह है कि प्रगतिशील किसान करण सिकरी को जैविक खाद का उत्पादन करने और किसानों को प्रेरित करने के लिए नेशनल अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। [caption id="attachment_339686" align="aligncenter" width="700"]Farmer 7 कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने खेती-किसानी को लेकर किया ये प्रयोग[/caption] प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने डंगाली फार्म हाउस पर जैविक खाद प्रोजेक्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि 2004 में उन्होंने इसकी शुरूआत की। 31 वर्ष की आयु में वे कृषि, भोजन और स्थिरता के बारे में काफी भावुक थे। अब वे जैविक खाद व्यवसाय कर रहे हैं, जिस कारण न केवल उनका अपना जीवन बदल गया बल्कि उन लोगों को आशाएं प्रदान की हैं जिन्हें उनकी कंपनी में रोजगार मिला है। इतना ही नहीं 16 जुलाई को उन्होंने कृषि के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित जगजीवन राम किसान अभिनव पुरस्कार 2016(राष्ट्रीय) प्राप्त किया। सीकरी ने नई कृषि तकनीकों को सीखने के लिए ने इजराइल ऑस्ट्रेलिया, चीन सहित विभिन्न देशों की बड़े पैमाने पर यात्रा की है और कई सरकारी, गैर सरकारी और राज्य कृषि और बागवानी विभागों द्वारा प्रायोजित कार्यशालाओं में भाग लेते रहते हैं। [caption id="attachment_339685" align="aligncenter" width="700"]Farmer 6 कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने खेती-किसानी को लेकर किया ये प्रयोग[/caption] एक दशक से अधिक करण सीकरी अपने खेत में कार्बनिक केंचुआ खाद का निर्माण कर रहे हैं, जिससे अपने खेत में सूक्ष्मजीवों के साथ अपनी मिट्टी को समृद्ध करने में किसानों की सहायता करते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले साल 20 हजार मिट्रिक टन जैविक खाद का उत्पादन किया गया और इसके लिए आस-पास की गऊशालाओं से 50 हजार मिट्रिक टन गोबर एकत्रित किया गया। इस प्रोजेक्ट से शाहबाद क्षेत्र के युवाओं को रोजगार मिल रहा है और किसानों को खेतों के लिए जैविक खाद अपनाने के अवसर भी उपलब्ध करवाएं जा रहे है। [caption id="attachment_339680" align="aligncenter" width="700"]Farmer 1 कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने खेती-किसानी को लेकर किया ये प्रयोग[/caption] उन्होंने कहा कि समय के साथ-साथ अब यूरिया खाद का अंधाधुंध प्रयोग करने वाले पंजाब के किसानों को होने वाले नुकसानों को समाप्त करने तथा अधिक उपज लेने और भूमि की शक्ति को बचाए रखने के लिए यूरिया के साथ जैविक खाद को अपनाया गया है। पंजाब में इसका प्रयोग सफल रहा है और किसानों को काफी फायदा हुआ है, अब हरियाणा में भी इसका प्रयोग किया जाएगा। [caption id="attachment_339683" align="aligncenter" width="700"]Farmer 4 कुरुक्षेत्र के प्रगतिशील किसान करण सिकरी ने खेती-किसानी को लेकर किया ये प्रयोग[/caption] करण सीकरी का कहना है कि मिट्टी भूखी है और हमें इसे सुरक्षित और अच्छी गुणवत्ता वाले जैविक उत्पादों के साथ फिर से भरना होगा। किसानों को अपने उत्पाद के लिए बेहतर लाभ मिलना चाहिए और उपभोक्ताओं को विश्वास होना चाहिए कि उनके उत्पाद सुरक्षित हैं। मैत्रीपूर्ण परिदृश्य, जो पानी का संरक्षण करते हैं और पर्यावरण की रक्षा करते हैं, को अपनाया जाना चाहिए। यह भी पढ़ेंअंबाला में एक ही छत्त के नीचे होंगे सभी बैंक, 100 करोड़ से बनने वाले बैंक स्क्वेयर का शिलान्यास ---PTC NEWS---


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