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अरुणाचल प्रदेश में शहीद हुए हिमाचल प्रदेश के जवान 22 वर्षीय जवान अंकेश भारद्वाज का आज पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार उनरे पैतृक गांव सेउ में किया गया। अंकेश भारद्वाज हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से संबंध रखते थे।
शहीद अंकेश भारद्वाज का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते ही शहीद अंकेश भारद्वाज अमर रहे के नारे लगने शुरू हो गए। शहीद अंकेश के सम्मान में 300 फीट तिरंगा यात्रा दधोल से शुरू की गई है। इसके अलावा सैकड़ों युवाओं ने बाइक रैली निकालकर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
युवाओं समेत महिलाओं और बुजुर्गों ने फूलों की बारिश कर शहीद को श्रद्धांजलि दी। वहीं शहीद की अतिंम यात्रा बैंड बाजे के साथ दूल्हे की तरह निकाली गई। घर को फूलों-लड़ियों से सजाया गया था। यहां से राजकीय सम्मान के साथ पार्थिक देह को मुक्तिधाम तक ले जाया गया। मुक्तिधाम में सैन्य जवानों ने सलामी दी।
अंकेश के पिता फौज से रिटायर हैं। अंकेश के तीन ताया और एक चाचा भी सेना से सेवानिवृत हैं। इनके दो चचेरे भाई सेना में सेवाएं दे रहे हैं। उनके छोटे भाई आकाश भारद्वाज ने उन्हें मुखाग्नि दी।
बता दें कि बता दें कि अरुणाचल प्रदेश में बर्फीले तूफान में बिलासपुर जिला के सेऊ गांव का जवान अंकेश भारद्वाज शहीद हो गया था। तीन दिन से लापता जवान के शव को मंगलवार को सेना ने ढूंढ निकाला था। तूफान में अंकेश भारद्वाज सहित सात जवान लापता हुए थे। एक ओर जहां दो जवानों को पहले ही रेस्क्यू कर लिया था। वहीं, मंगलवार शाम को अंकेश सहित अन्य शेष जवानों को भी ढूंढ लिया गया।-