
रोहतक मोखरा गांव के रहने वाले अंतर्राष्ट्रीय पहलवान सतेंद्र मलिक पर कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए ट्रायल के दौरान रेफरी को थप्पड़ मारने के बाद उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया है। अपने आजीवन पर आज रोहतक में पहलवान सतेंद्र मलिक ने मीडिया के सामने अपने ऊपर लगे आरोपों और आजीवन प्रतिबंध लगाए जाने को लेकर सफाई दी।
सतेंद्र पहलवान ने कहा कि उस दिन कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए ट्रायल चल रहा था। कुश्ती में ट्रायल के दौरान मेरे पॉइंट लगाने को लेकर विवाद हुआ, क्योंकि मेरे पॉइंट बनते थे। बाद में इस बारे के मेरे कोच ने अपील की उसके बाद ए कैटेगिरी कोच रहे सत्यदेव मलिक ने मेरे हक में फैसला लिया। मुझे तीन पॉइंट मिले जो बोर्ड पर फ्लैश भी हुए। उसके बाद मेरे साथ कुश्ती लड़ रहे लोगों ने हंगामा किया उसके बाद फिर से ए कटैगरी के रेफरी जगबीर ने उनके फेवर लेते मेरे खिलाफ फैसला दिया।
पहलवान सतेंद्र मलिक ने कहा कि यह कैसे हो सकता कि अपने से सीनियर रेफरी के फैसले को जूनियर रेफरी कैसे पलट सकता है। जब मैंने इस बारे में जगबीर रेफरी से इस बारे में सवाल किया तो उन्होंने पहले थप्पड़ मारा मैंने नहीं पहले थप्पड़ नहीं मारा था, बल्कि मीडिया में ऐसा पेश किया गाय कि सारा दोष मेरा है।
सतेंद्र मलिक ने कहा कि आजीवन प्रतिबंध लगाना ठीक नहीं है, क्योंकि एक खिलाड़ी का सपना कॉमन वेल्थ गेम्स खेलना रहता है मेरा भी सपना है, लेकिन मेरे पर आजीवन प्रतिबंध लगाना ठीक नहीं है। इसके लिए मैं फेडरेशन के अध्यक्ष से अपील करूंगा कि इस मामले की जांच निष्पक्ष रूप से की जाए। मेरे ऊपर आजीवन प्रतिबंध द्वेषपूर्ण कार्रवाई है। मैं एयरफोर्स में हूं एयर एयर फोर्स की तरफ से पुनः जांच के लिए लिखा गया है।
मुझे इस बात का सदा दुख रहेगा जोकि मेरा कोई कसूर नहीं था। मैं एक बार यह कहता हूं दोबारा से हमारा ट्रायल करवाए जाए। खिलाड़ी के लिए हार जीत तो लगी रहती है। अगर मैं हार गया तो स्वीकार कर लूंगा। मेरी सिर्फ यही अपील है कि इस मामले में निष्पक्ष जांच की जाए।