एसपी के नाम पंजीकृत गाड़ी में हो रही थी शराब की तस्करी, अब पुलिस ने दिया ये बयान
पलवल: जिला एसपी की कार बिहार के अरवल जिला में शराब तस्करी में पकड़ी गई थी। अब इस मामले में पलवल पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपना स्पष्टीकरण दिया है। पत्रकारों से बातचीत करते हुए डीएसपी हेडक्वार्टर अनिल कुमार ने कहा कि शराब तस्करी में पकड़ी गई गाड़ी को पुलिस ने तीन साल पहले 2019 में नीलामी के दौरान बेच दिया था। डीएसपी अनिल कुमार ने बताया कि नीलामी के तहत एसपी पलवल की गाड़ी को हिसार निवासी अमित कुमार को एक लाख 42 हजार रुपये में बेचा गया था। नीलामी के दौरान कानूनी प्रक्रिया अपनाई थी। नीलामी के कागजात आज भी पुलिस रिकॉर्ड में जमा है। खरीददार ने गाड़ी को अपने नाम नहीं करवाया और गाड़ी को किसी और व्यक्ति को बेच दिया। नीलामी की कार्रवाई उपायुक्त कार्यालय के माध्यम की जाती है इसलिए पुलिस विभाग का इससे कार से कोई संबंध नहीं है। बिना गाड़ी को नाम करवाये चलाना कानूनी अपराध है जिसके चलते खरीददार के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। आपको बता दें की बिहार के अरवल जिला के मेंहदिया थाना अंतर्गत शनिवार को एक स्विफ्ट डिजायर ट्रैक्टर की टक्कर से दुर्घटनाग्रस्त हो गई। सूचना मिलने पर मेंहदिया थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो कार से 300 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद हुई थी। मौके से कार चालक फरार हो गया था। बिहार पुलिस ने जांच की तो कार पलवल एसपी के नाम से रजिस्टर मिली। गाड़ी का नंबर HR-30 K-0111 है और बिहार के अरवल जिले से मेंहदिया थाना पुलिस ने कार मालिक पलवल एसपी व अज्ञात चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। बता दें कि एसपी के नाम पर गाड़ी का पंजीकरण होने के चलते पिछले तीन साल शराब तस्कर बड़ी आसानी से शराब तस्करी का कार्य कर रहे थे। हालांकि मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। गिरफ्तारी होने के बाद मामले का खुलासा हो पाएगा।