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चंडीगढ़। हरियाणा की राइस मिलों में बड़ी अनियमितताएं सामने आई हैं। राइस मिलों की फिजिकल वेरिफ़िकेशन में कम चावल मिला है। खाद्य और आपूर्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव PK दास ने बताया कि राइस मिलों में 35 हज़ार टन से ज़्यादा चावल कम मिला है।
आपको बता दें कि धान की आवक और खरीद से संबंधित पूरे रिकार्ड को जांचने के लिए राज्य की सभी चावल मिलों की फिर से फिजिकल वेरिफिकेशन कराने का निर्णय लिया गया था। 26 दिसंबर तक की रिपोर्ट के मुताबिक वेरिफिकेशन में 35 हज़ार टन से ज़्यादा चावल कम मिला है। अभी 1305 में से 1155 मिल का ही आँकड़ा आया है।
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राइस मिलों के घाटाले को विपक्षी दल ने प्रमुखता से उठाया था। जिसके बाद दबाव पड़ने पर सरकार ने इसकी जांच शुरू की। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा का आरोप था कि हरियाणा में करोड़ों रुपये का धान घोटाला हुआ है, और सबसे अधिक धान घोटाला मुख्यमंत्री के गृह जिला करनाल में हुए हैं। उन्होंने सारे घोटालों की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी और कहा था कि प्रदेश सरकार के अधिकारी फिजिकल वेरिफिकेशन के नाम पर लीपा-पोती करके खानापूर्ति करेंगे।
---PTC NEWS----
इन ज़िलों में हुआ है धान का हेर फेर
करनाल | 12,000 टन |
अंबाला | 9,400 टन |
फ़तेहाबाद | 2,173 टन |
जींद | 176 टन |
कुरुक्षेत्र | 7,489 टन |
यमुनानगर | 2,680 टन |
हिसार | 3 टन |