एनहांसमेंट के चलते बंद होंगी कई कंपनियां? हजारों लोग होंगे बेरोजगार
बहादुरगढ़। (प्रदीप धनखड़) बहादुरगढ़ में 292 करोड़ की एनहांसमेंट के चलते मल्टीनेशनल कम्पनियां बंद होने वाली है। अमेरिकन कम्पनी सिएगा के सीनियर वाईस प्रेजिडेंट ने तो एनहांसमेंट देने की बजाय फैक्ट्री बंद करने की बात कह दी है। मतलब साफ है कि एनहांसमेंट के दबाव में फैक्ट्रियां बंद होने वाली है और हजारों लोग बेरोजगार भी। दरअसल एचएसआईआईडीसी के सेक्टर 4 बी के लिये अधिग्रहित जमीन का मुआवजा हाईकोर्ट ने बढ़ाया था। बढ़ा हुआ मुआवजा किसानों को देने के लिये हरियाणा राज्य औद्योगिक आधारभूत संरचना विकास निगम यानि एचएसआईआईडीसी ने 9249 रुपए प्रति स्केवयर मीटर की एनहांसमेंट प्लाट धारकों पर डाली है। अकेले जापानी टायर कम्पनी योकोहामा पर 90 करोड़ से ज्यादा की एनहांसमेंट आई है। उद्योगपतियों से सरकार से एनहांसमेंट की मार से राहत देने की मांग की है। [caption id="attachment_367792" align="aligncenter" width="700"] एनहांसमेंट के चलते बंद होंगी कई कंपनियां, हजारों लोग होंगे बेरोजगार[/caption] एचएसआईआईडीसी के एजीएम विजय गोदारा ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश पर किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा देने के लिये औद्योगिक प्लाट धारकों पर ये एनहांसमेंट डाली गई है। प्लाट धारकों को एनहांसमेंट के नोटिस दे दिये गये हैं। करीब 30 करोड़ की पहली किश्त में से 8 करोड़ रुपए एनहांसमेंट के जमा भी हो गये हैं। [caption id="attachment_367791" align="aligncenter" width="700"] एनहांसमेंट के चलते बंद होंगी कई कंपनियां, हजारों लोग होंगे बेरोजगार[/caption] अमेरिकन कम्पनी सिएगा के सीनियर वाईस प्रेजिडेन्ट केडी चौपड़ा ने एनहांसमेंट देने की बजाय फैक्ट्री बंद करने की बात कह दी है। उनका कहना है कि प्लाट 2 से 4 हजार प्रति स्कवेयर मीटर से अलॉट हुआ और एनहांसमेंट 9 हजार से ज्यादा की मांगी जा रही है। उनका कहना है कि हम किसानों के पक्ष में है। किसानों को उनका वास्तविक मुआवजा दिया जाना चाहिये जिसके लिये वो तैयार हैं लेकिन एनहांसमेंट की गलत कैलकुलेशन और ब्याज का जोड़ना गलत है। उन्होंने कहा कि वो कोर्ट में भी याचिका इस बारे में लगाने का विचार कर रहे हैं। [caption id="attachment_367789" align="aligncenter" width="700"] एनहांसमेंट के चलते बंद होंगी कई कंपनियां, हजारों लोग होंगे बेरोजगार[/caption] एचएसआईआईडीसी के एजीएम विजय गोदारा का कहना है कि विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है जो मंजूर हो गई है वहां से शायद कुछ रिलीफ मिल सकता है। बहरहाल सुप्रीम कोर्ट का फैसला जब आयेगा तब आयेगा लेकिन हाल फिलहाल स्थिति ये है कि एनहांसमेंट के नोटिस से ही उद्योगों की हालत पतली हो गई है। अब उद्योगपति लगभग ये मन बना चुके हैं कि एनहांसमेंट देने से अच्छा ये है कि यहां से अपना उद्योग बंद कर कहीं दूसरी जगह चले जायें। अगर ऐसा होता है तो हजारों लोगों का रोजगार खत्म हो जायेगा और सरकार का रैवेन्यू भी काफी कम हो जायेगा। यह भी पढ़ें: हरियाणा में शिक्षा का सूरत-ए-हाल, स्कूल में बच्चे 83, पढ़ाने वाला एक भी नहीं ---PTC NEWS---