BJP सरकार से खफा कई गांवों की महापंचायत, चुनाव में मतदान के बहिष्कार का ऐलान
गुरुग्राम। (नीरज वशिष्ठ) बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के मानेसर में कई गांवों की महापंचायत हुई। जिसके बाद महिलाओं और युवाओं ने इस बार किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं करने का फैसला लिया है। इसके साथ ही किसी भी उम्मीदवार को गांवों में ना घूसने देने का ऐलान किया है। दरअसल मानेसर आईएमटी बनाने के लिए बासकुशला, बासहरिया, कासन और ढाणा गांव की जमीन को सरकार ने अधिग्रहण किया जिसके बाद किसानों से मुआवजा वापस लेने के आदेश जारी किए गए हैं। [caption id="attachment_349466" align="aligncenter" width="700"] BJP सरकार से खफा कई गांवों की महापंचायत, चुनाव में मतदान का किया बहिष्कार[/caption] जानकारी के मुताबिक किसानों को पहले प्रति एकड़ 2 लाख 25 हजार रुपये देने का ऐलान किया था लेकिन किसानों ने इस मुजावजे की रकम को लेकर हाईकोर्ट में केस किया जिसके बाद कोर्ट की तरफ से साल 2013 में मुआवजा बढ़ाने का फैसला दिया! इसके बाद किसानों ने बढ़ा हुआ मुआवज उठा लिया लेकिन अब सरकार की तरफ से इस केस को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज किया गया। जहां से किसानों से बढ़ा हुआ मुआवजा वापस देने के आदेश जारी किए हैं। जिसके चलते किसानों ने इस बार विधानसभा चुनावों में वोट नहीं देने का फैसला लिया है। [caption id="attachment_349468" align="aligncenter" width="700"] BJP सरकार से खफा कई गांवों की महापंचायत, चुनाव में मतदान का किया बहिष्कार[/caption] ग्रामीणों का कहना है कि चौटाला सरकार के कार्यकाल में जमीन का अधिग्रहण किया गया था लेकिन उसके बाद हुड्डा की दस साल सरकार रही और फिर उसके बाद अब बीजेपी सरकार ने ग्रामीणों के साथ धोखा किया है। इसलिए इस बार चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा। वहीं ग्रामीणों की माने उन्होंने मुजावजे के पैसे अपने मकान और बच्चों को शादी करने के साथ काम धंधों पर खर्च कर दिए हैं, अब कैसे और कहां से किसान सरकार को पैसा लौटाएंगे। इसलिए उन्होंने वोटों के बहिष्कार का फैसला लिया है। यह भी पढ़ें : 2014 के 75 वादे अधूरे छोड़कर भाजपा ने फिर छोड़े 150 जुमले : दुष्यंत चौटाला ---PTC NEWS--