रविवार से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, 9 दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की होगी पूजा
चंडीगढ़। रविवार (29 सितंबर) से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। इन नौ दिनों में मां दुर्गा के सभी नौ रूपों की पूजा होगी। नवरात्रों को लेकर मंदिरों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके अलावा लोगों ने भी इस नवरात्र महोत्सव को मनाने के पूरे प्रबंध कर रखे हैं। नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा होती है। चौकी पर मां शैलपुत्री की तस्वीर या प्रतिमा को स्थापित करने के बाद कलश की स्थापना की जाती है! नवरात्र के दूसरे दिन मां दुर्गा के ‘ब्रह्मचारिणी’ रूप, तीसरे दिन ‘चंद्रघंटा’, चौथे दिन ‘कूष्मांडा’, पांचवें दिन ‘मां स्कंदमाता’, छठे दिन ‘मां कात्यायनी’, सातवें दिन ‘मां कालरात्रि’, आठवें दिन ‘मां महागौरी', नौवें दिन ‘मां सिद्धिदात्री’ की पूजा होती है। हर दिन मां के इन अलग-अलग रूपों की पूजा होती है। [caption id="attachment_344619" align="aligncenter" width="700"] रविवार से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, 9 दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की होगी पूजा[/caption] हरियाणा के फरीदाबाद में इस बार मंदिरों में नवरात्रों का त्यौहार प्लास्टिक और पॉलीथिन मुक्त होगा! सिद्ध पीठ काली मंदिर के प्रधान राकेश रक्कू ने बताया कि इस बार मंदिर में नवरात्रों के त्योहार में श्रद्धालुओं को मंदिर प्रांगण में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाए जा रहे प्लास्टिक और पॉलीथिन मुक्त अभियान का असर देखने को मिलेगा, जिसको लेकर मंदिर में नवरात्रों के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वह मंदिर में लाई जाने वाली पूजा की सामग्री पॉलीथिन में ना लेकर आएं। वहीं उन्होंने बताया की मंदिर में हर रोज चलने वाले भंडारे में इस बार प्लास्टिक और थरमोकोल किी डिस्पोजल आइटम भी प्रयोग नहीं की जाएगी बल्कि इसकी जगह स्टील की थाली का प्रयोग किया जाएगा! [caption id="attachment_344617" align="aligncenter" width="700"] रविवार से शुरू हो रहे हैं नवरात्र, 9 दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की होगी पूजा[/caption] उधर देश की 52 शक्तिपीठों में से हरियाणा के एकमात्र प्राचीन शक्तिपीठ श्री देवीकूप भद्रकाली मंदिर में नवरात्र महोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। यहां पर पहले दिन सूर्य उदय के साथ ही श्रद्धालुओं का तांता लग जाता है। नवरात्र महोत्सव के अवसर पर यहां शोभायात्रा भी निकाली जाएगी। पौराणिक कथाओं के अनुसार यहां भगवान शिव की पत्नी सती के दाएं पैर का टखना गिरा था, यह देश के 52 शक्ति पीठों में से एक है। यह भी पढ़ें : चंडीगढ़ में बनेगा रिकॉर्ड, देश के सबसे बड़े रावण के पुतले का होगा दहन ---PTC NEWS---