नेपाल के पीएम बोले- असली अयोध्या नेपाल में, अभिषेक मनु सिंघवी का जवाब- मानसिक संतुलन खो चुका है
नई दिल्ली। भगवान राम और अयोध्या पर दिए विवादित बयान के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली चौतरफा घिर गए हैं। भारत के साथ-साथ नेपाल में उनका जोरशोर से विरोध हो रहा है। कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को केपी शर्मा ओली के भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या, नेपाल में होने और भगवान राम के नेपाली होने के बयान पर पलटवार किया। अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि नेपाल के पीएम अपना 'मानसिक संतुलन' खो चुके हैं। आपको बता दें कि ओली ने विवादित दावा किया है कि भगवान राम का जन्मस्थान अयोध्या नेपाल में है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भगवान राम नेपाली थे। काठमांडु में पीएम आवास में सोमवार को आयोजित एक कार्यक्रम में ओली ने यह बयान दिया, जिसके बाद उनका विरोध तेज हो गया। नेपाल की राष्ट्रीय प्रजातांत्री पार्टी के सह-अध्यक्ष कमल थापा ने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए इस तरह के निराधार, अप्रमाणित बयानों से बचना चाहिए। थापा ने ट्वीट किया, "ऐसा लग रहा है कि पीएम तनावों को हल करने के बजाय नेपाल-भारत संबंधों को और खराब करना चाहते हैं।" वहीं ओली ने कहा था कि अयोध्या असल में नेपाल के बीरभूमि जिले के पश्चिम में स्थित थोरी शहर में है। भारत दावा करता है कि भगवान राम का जन्म वहां हुआ था। उसके इसी लगातार दावे के कारण हम मानने लगे हैं कि देवी सीता का विवाह भारत के राजकुमार राम से हुआ था। जबकि असलियत में अयोध्या बीरभूमि के पास स्थित एक गांव है। उन्होंने यह भी दावा किया कि भगवान राम के लिए तब यह असंभव था कि वह भारत स्थित मौजूदा अयोध्या से जनकपुर तक आते। ओली ने कहा कि जनकपुर यहां और अयोध्या वहां है और हम विवाह की बात कर रहे हैं। तब न मोबाइल फोन था और ना ही टेलीफोन, तो उन्हें जनकपुर के बारे में कैसे पता चला। गौर हो कि नेपाल के प्रधानमंत्री चीन की शह पर लगातार अनाप शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। इससे पहले उन्होंने भारतीय क्षेत्र लिपुलेख और कालापानी पर अपना दावा ठोंकते हुए उसे अपने नए विवादास्पद नक्शे में शामिल कर लिया है। ---PTC NEWS---