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सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की जांच तेजी से जारी है। एनआईए ने उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के खुर्जा में छापेमारी की है। मूसेवाला की हत्या में AK-47 इस्तेमाल की गई थी। अब पुलिस हथियारों के सप्लायर की तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि लॉरेंस गैंग को हथियार सप्लाई करने वाले की तलाश में एनआईए ने बुलंदशहर में छापेमारी की है। यहां से NIA एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गई है।
पुलिस के सूत्रों के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई गैंग को हथियार मुहैया करवाने वाला मुख्य सप्लायर बुलंदशहर जिले के खुर्जा का रहने वाला। छानबीन में सामने आया है कि लॉरेंस गैंग ने खुर्जा के गैंग से AK-47 खरीदी थी, इसके लिए आठ लाख रुपये की कीमत चुकाई गई थी। हथियारों को कुछ दिन तक गाजियाबाद के एक ठिकाने पर भी छिपाकर रखा गया था।
कहा जा रहा है कि यह गैंग पिछले कुछ सालों में लॉरेंस गैंग को 100 से ज्यादा ऑटोमेटिक हथियारों की सप्लाई कर चुका है। इसके अलावा इसने बिश्नोई गैंग के अलावा कई और गैगों को भी हथियारों की सप्लाई की है। NIA शनिवार दोपहर करीब ढाई बजे खुर्जा के मोहल्ला चौहट्टा में कुर्बान अंसारी के बेटे नदीम के घर पहुंची। जांच एजेंसी ने घर की तलाशी ली और नदीम से पूछताछ करने के बाद उसे अपने साथ ले गई।
कौन है कुर्बान अंसारी ?
कुर्बान अंसारी एक हथियार सप्लायर के रूप में कुख्यात था। अगस्त 2016 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक करोड़ रुपए कीमत की 10 विदेशी पिस्टल सहित कुर्बान और उसके भाई रेहान अंसारी को गिरफ्तार किया था।
बताया जा रहा है कि ये हथियार पाकिस्तान से मंगवाए गए थे। उस वक्त दोनों भाई खुर्जा में सिरेमिक फैक्ट्री चलाते थे, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक स्विच बनते थे। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, कुछ समय पहले कुर्बान अंसारी की कोरोना से मौत हो चुकी है।-