चरखी दादरी/प्रदीप साहू:
बाढड़ा उपमंडल की 14 पंचायतों में बीडीपीओ के फर्जी हस्ताक्षर कर 99.11 लाख रुपये का गबन करने के आरोपी ग्राम सचिव मुकेश को एसआईटी ने गिरफ्तार कर लिया है। कलानौर निवासी आरोपी ग्राम सचिव पर गत एक मार्च को बाढड़ा थाने में मामला दर्ज किया गया था।
इस मामले में रिकॉर्ड और गबन राशि की रिकवरी के लिए पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान आरोपी कई राज और गबन में शामिल अन्य लोगों के नाम उजागर कर सकता है। कई कर्मचारियों पर जल्द ही गाज गिरने की भी संभावना है।
बता दें कि बाढड़ा के एक व्यक्ति ने 99 लाख रुपए हड़पने के मामले में पुलिस को शिकायत दी थी। इसके बाद चरखी दादरी के एसपी दीपक गहलोत ने एसआईटी बनाकर इसकी जांच के निर्देश दिए है। एसआईटी प्रमुख डीएसपी देशराज बाढड़़ा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया कि ग्राम सचिव मुकेश का इस गड़बड़झाले में बड़ा हाथ रहा है।
मुकेश को जांच में शामिल होने के लिए पुलिस ने दो बार नोटिस दिया, लेकिन वह नहीं आया। एसआईटी टीम ने कलानौर के वार्ड 7 में छापा मारकर उसे गिरफ्तार किया और कोर्ट में पेश कर 3 दिन के रिमांड पर लिया गया है। एसआईटी इंचार्ज एवं बाढड़ा डीएसपी देशराज ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद प्रेस वार्ता की। उन्होंने बताया कि कलानौर निवासी ग्राम सचिव मुकेश की तैनाती बाढड़ा उपमंडल में थी।
गत एक मार्च को तत्कालीन बीडीपीओ युद्धवीर सिंह ने उसके खिलाफ थाने मे गबन की शिकायत दी थी। शिकायत में बीडीपीओ ने बताया था कि ग्राम सचिव ने उनके फर्जी हस्ताक्षर कर विकास योजनाओं के नाम पर 14 ग्राम पंचायतों के खातों से राशि निकलवाई थी। बीडीपीओ युद्धवीर ने 99.11 लाख के गबन में एफआईआर नंबर 55 और बीडीपीओ रोशनलाल ने 15 पंचायतों में करीब 95 लाख का गबन करने पर उसके खिलाफ एफआईआर नंबर 56 दर्ज करवाई थी।
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