कोरोना मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति इन बातों का रखें ध्यान
नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले तेज गति से बढ़ रहे हैं। हालत यह हो गए हैं कि अस्पताल में बिस्तर कम पड़ गए हैं। इस बीच कई मरीजों का उपचार या तो फर्श पर हो रहा है या फिर मरीज घर पर ही अपना उपचार कर रह हैं। इन मरीजों की देखभाल करने वाले लोगों के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिशा निर्देश जारी किए हैं। जिसमें कहा गया है कि कोरोना मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति को ट्रिपल-लेयर मास्क पहनना चाहिए। [caption id="attachment_493999" align="aligncenter" width="1200"] कोरोना मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति इन बातों का रखें ध्यान[/caption] वहीं बीमार व्यक्ति के साथ एक ही कमरे में होने की स्थिति में एन95 मास्क पहनना चाहिए। मास्क का इस्तेमाल करने के दौरान मास्क के सामने वाले हिस्से को नहीं छूना चाहिए। यदि मास्क गीला या गंदा हो गया है, तो इसे तुरंत बदल लेना चाहिए। इस्तेमाल के बाद मास्क को नष्ट कर दें और मास्क को नष्ट करने के बाद हाथों को अच्छे से साफ करें। स्वयं अपने चेहरे, नाक और मुंह को छूने से बचना चाहिए। [caption id="attachment_494000" align="aligncenter" width="712"] कोरोना मरीज की देखभाल करने वाले व्यक्ति इन बातों का रखें ध्यान[/caption] मरीज़ के संपर्क में आने अथवा उसके आस-पास से गुज़रने के बाद हाथों को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। खाना बनाने से पहले और बाद में, खाना खाने से पहले, शौचालय का उपयोग करने के बाद और जब भी हाथ गंदे नज़र आएं, ऐसी स्थिति में हाथों को अच्छी तरह से साफ करना अनिवार्य है। हाथों को कम से कम 40 सेकेंड तक अच्छे से धोने के लिए साबुन और पानी का उपयोग करें। साबुन और पानी से हाथों को धोने के बाद, हाथों को सुखाने के लिए डिस्पोज़ेबल पेपर का उपयोग कर सकते हैं। डिस्पोज़ेबल पेपर उपलब्ध न होने की स्थिति में, कपड़े के तौलिये का उपयोग करें और गीला होने पर इस तौलिये को तुरंत बदल दें। मरीज़/मरीज़ के आस-पास के माहौल के संपर्क में आने की स्थिति में मरीज़ के शरीर के तरल पदार्थ, विशेषरूप से मौखिक या श्वसन स्राव के सीधे संपर्क में आने से बचें। मरीज़ की देखभाल करते समय डिस्पोज़ेबल दस्तानों का उपयोग करें। यह भी पढ़ें- ऑक्सीजन के नाम पर साइबर ठग हुए सक्रिय, हरियाणा पुलिस ने जारी की एडवाइजरी यह भी पढ़ें- शूटर दादी चंद्रो तोमर का कोरोना से निधन, मेरठ के आनंद अस्पताल में ली आखिरी सांस मरीज़ के आस-पास के वातावरण में मौजूद संभावित रूप से दूषित वस्तुओं के संपर्क में आने से बचें (उदाहरण के लिए,सिगरेट, खाने के बर्तन, खाद्य पदार्थ, पेय पदार्थ, इस्तेमाल किए गए तौलिये या बेड की चादर को साझा करने से बचें)। मरीज़ को उसके कमरे में ही भोजन उपलब्ध कराया जाना चाहिए। मरीज़ ने जिन बर्तनों का उपयोग किया है, उन्हें हाथों में दस्ताने पहनकर साबुन/डिटर्जेंट से अच्छी तरह साफ किया जाना चाहिए। मरीज़ के खाने के बर्तनों को फिर से उपयोग में लिया जा सकता है। हाथों से दस्ताने उतारने अथवा इस्तेमाल किए गए सामान को रखने के बाद हाथों को अच्छे से साफ करें। मरीज़ के द्वारा इस्तेमाल किए गए कपड़ों अथवा चादर और आस-पास की सतहों को साफ करने के दौरान ट्रिपल-लेयर मेडिकल मास्क और डिस्पोज़ेबल दस्तानों का उपयोग करें। दस्ताने पहनने से पहले और उतारने के बाद, हाथों को अच्छी तरह से साफ करें।