कार्यक्रम को पीएम मोदी के अलावा राष्ट्रपति कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी संबोधित किया, जबकि कांग्रेस, आरजेडी, लेफ्ट, टीएमसी, आरजेडी, शिव सेना, एनसीपी, सपा, आईयूएमएल, और डीएमके सेमत करीब 14 राजनीतिक र्टियों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। विपक्ष के इस रवैये पर कंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल विपक्ष सदन और देश के संविधान का अपमान कर रहा है। उन्होंने यहां तक कहा कि कांग्रेस बीआर अंबेडकर समेत दूसरे लोगों का सम्मान नहीं करती है, वो केवल नेहरू परिवार से जुड़े लोगों का ही सम्मान करना जानती है।-भारत एक ऐसे संकट की तरफ़ बढ़ रहा है, जो संविधान को समर्पित लोगों के लिए चिंता का विषय है, लोकतंत्र के प्रति आस्था रखने वालों के लिए चिंता का विषय है और वह है पारिवारिक पार्टियां: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (सोर्स: संसद टीवी) pic.twitter.com/IuZVK7HNgR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 26, 2021
संविधान दिवस पर पीएम ने संसद भवन में विशिष्ट सभा को किया संबोधित, 26/11 के शहीदों को किया नमन
New Update
नई दिल्ली: भारत आज अपना 71वां संविधान दिवस (Constitution Day) मना रहा है। संविधान दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी (pm modi) ने संसद भवन में एक सभा को संबोधित किया। सेंट्रल हाल में होने वाली इस विशिष्ट सभा की अध्यक्षता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने की।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि हमारा रास्ता है, वह सही है या नहीं है, इसका मूल्यांकन करने के लिए संविधान दिवस मनाना चाहिए। संविधान दिवस पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन इस सदन को प्रणाम करने का है। इसी पवित्र जगह पर महीनों तक भारत के एक्टिविस्टों ने देश के भविष्य को उज्जवल बनाने के लिए लिए व्यवस्थाओं को निर्धारित करने के लिए मंथन किया था और संविधान रुपी अमृत हमें मिला।
पीएम मोदी ने मुंबई आतंकी हमले (mumbai attack 26/11) में शहीद हुए जवानों को भी नमन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज 26/11 हमारे लिए एक ऐसा दुखद दिवस है, जब देश के दुश्मनों ने देश के भीतर आकर मुंबई में आतंकी घटना को अंजाम दिया था। देश के वीर जवानों ने आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपनी जान की कुर्बानी दी थी। आज मैं उन बलिदानियों को भी आदरपूर्वक नमन करता हूं।
एम मोदी ने इस दौरान पारिवारिक पार्टियों पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टियां संविधान को भूल चुकी हैं। उन्होंंने कहा कि पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाली पार्टियां चिंता का विषय हैं। पीएम मोदी ने कहा कि वो इस बात के खिलाफ नहीं है कि एक ही परिवार से कोई दूसरा व्यक्ति राजनीतिक पार्टी में न आए। वो इससे दुखी हैं कि कुछ पार्टियां पीढ़ी दर पीढ़ी एक ही परिवार से चलती हैं।