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Surajkund chintan shivir: गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में पीएम मोदी ने दिया मंत्र, भविष्य की पीढ़ी के लिए कही बड़ी बात

Written by  Vinod Kumar -- October 28th 2022 01:01 PM
Surajkund chintan shivir: गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में पीएम मोदी ने दिया मंत्र, भविष्य की पीढ़ी के लिए कही बड़ी बात

Surajkund chintan shivir: गृह मंत्रियों के चिंतन शिविर में पीएम मोदी ने दिया मंत्र, भविष्य की पीढ़ी के लिए कही बड़ी बात

PM Modi addressed chintan shivir: हरियाणा में फरीदाबाद के सूरजकुंड में राज्यों के गृह मंत्रियों का चिंतन शिविर चल रहा है। चिंतन शिविर में महिलाओं की सुरक्षा, साइबर अपराध रोकने, तटीय सुरक्षा सुनिश्चित, आंतरिक सुरक्षा आदि के मुद्दों पर चर्चा चल रही है। शिविर की अध्यक्षता गृह मंत्री अमित शाह कर रहे हैं। चिंतन शिविर में कई राज्यों के मुख्यंत्री और गृहमंत्री हिस्सा ले रहे हैं। पीएम ने इस शिविर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया। इस दौरान पीएम ने कहा कि आजकल देश में उत्सव का माहौल है। ओणम, दशहरा, दुर्गापूजा और दीपावली सहित कई उत्सव शांति और सौहार्द्र के साथ देशवासियों ने मनाए हैं। अभी छठ पूजा सहित कई अन्य त्योहार भी मनाए जा रहे हैं। कई चुनौतियों के बीच इन त्योहारों में देश की एकता का सशक्त होना आपकी तैयारियों का भी प्रतिबिंब है। पीएम मोदी ने कहा कि आजादी का अमृतकाल हमारे सामने है। आगे के 25 साल देश में अमृत पीढ़ी के निर्माण के लिए हैं। ये अमृत पीढ़ी 'पंच प्राणों' के संकल्पों को धारण करके निर्मित होगी। विकसित भारत का निर्माण, गुलामी की हर सोच से मुक्ति, विरासत पर गर्व, एकता और एकजुटता और नागरिक कर्तव्य इन पंच प्रणों का महत्व आप सभी भली भांति समझते हैं। ये एक विराट संकल्प है, जिसको सिर्फ और सिर्फ सबके प्रयास से ही सिद्ध किया जा सकता है। हर एक राज्य को एक दूसरे से सीख और प्रेरणा लेनी चाहिए। जब देश का सामर्थ्य बढ़ेगा तो देश के हर नागरिक, हर परिवार का सामर्थ्य बढ़ेगा. यही तो सुशासन है, जिसका लाभ देश के हर राज्य को समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है। पीएम मोदी ने कहा कि कई बार केंद्रीय एजेंसियों को कई राज्यों में एक साथ जांच करनी पड़ती है, दूसरे देशों में भी जाना पड़ता है। ऐसे में प्रत्येक राज्य की जिम्मेदारी है चाहे राज्य की एजेंसी हो, केंद्र की एजेंसी हो, सभी एजेंसियों को एक-दूसरे को पूरा सहयोग करना चाहिए। साइबर क्राइम, ड्रोन टेक्नोलॉजी का हथियारों और ड्रग्स तस्करी में उपयोग, इनके लिए हमें नई टेक्नोलॉजी पर काम करते रहना होगा। स्मार्ट टेक्नोलॉजी से कानून-व्यवस्था को स्मार्ट बनाना मुमकिन है।


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