मन की बात में बोले पीएम मोदी- देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में बनाई पहचान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को आकाशवाणी के माध्यम से अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में देशवासियों को संबोधित किया। अपने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की बेटियों की बात की। उन्होंने कहा कि शिक्षा, उद्यमशीलता से लेकर सैन्य बल और विज्ञान व तकनीक तक में देश की बेटियां अपनी अलग पहचान बना रही हैं। [caption id="attachment_484678" align="aligncenter" width="700"] मन की बात में बोले पीएम मोदी- देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में बनाई पहचान[/caption] उन्होंने कहा कि यह दिलचस्प है कि इसी मार्च महीने में जब हम ‘महिला दिवस’ का उत्सव मना रहे थे, तब कई महिला खिलाड़ियों ने ढेरों पदक और रिकॉर्ड अपने नाम किए। उन्होंने देशवासियों से भारतीय महिला क्रिकेटर मिताली की चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दस हजार रन बनाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर बनी हैं। उनकी इस उपलब्धि पर बहुत-बहुत बधाई। यह भी पढ़ें- फसल खरीद प्रक्रिया को लेकर मुख्यमंत्री ने की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए ये निर्देश यह भी पढ़ें- कोरोना को देखते हुए सार्वजनिक रूप से नहीं मनाई जाएगी होली, प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी [caption id="attachment_484677" align="aligncenter" width="700"] मन की बात में बोले पीएम मोदी- देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में बनाई पहचान[/caption] इस दौरान पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस अनुशासन के लिए आने वाली पीढ़ियां जरूर गर्व करेंगी। प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के दौर का स्मरण कराया। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष मार्च का ही महीना था, देश ने पहली बार ‘जनता कर्फ्यू’ शब्द सुना था, लेकिन इस महान देश की महान प्रजा की महाशक्ति का अनुभव देखिये, जनता कर्फ्यू पूरे विश्व के लिए एक अचरज बन गया था। [caption id="attachment_484680" align="aligncenter" width="700"] मन की बात में बोले पीएम मोदी- देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में बनाई पहचान[/caption] प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि अनुशासन का यह अभूतपूर्व उदाहरण था, आने वाली पीढ़ियां इस बात को लेकर जरूर गर्व करेगी। बता दें इससे पहले 28 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 'मन की बात' में पानी के महत्व पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि पानी, एक तरह से पारस से भी अधिक महत्वपूर्ण है।