चित्रकूट। माफिया मुख्तार अंसारी के विधायक बेटे अब्बास अंसारी के साथ जेल में उनकी पत्नी के रहने के मामले में कई परतें खुल रही हैं। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने निखत बानो के मामले में आरोपित निलंबित जेल अधीक्षक अशोक कुमार सागर और जेलर संतोष कुमार को हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ करके तोहफों की लिस्ट तैयार की जा रही है। इसी मामले में पता चला है कि पति अब्बास के साथ जेल में रहने के लिए निखत बानो जेल एसपी व जेलर को महंगे तोहफे दिया करती थी।अफसर निखत बानो को उपहारों के बदले घर के जैसी सुविधाएँ उपलब्ध कराते थे। निखत अपने पति के साथ एक ही कमरे में कई घंटे साथ गुजार देती थी और उसके आने-जाने पर भी कोई पाबंदी नहीं थी। मामले में गिरफ्तार किए गए अफसरों को पुलिस जल्द ही जेल भेज सकती है। वहीं, इस मामले में कर्वी कोतवाली में भष्ट्राचार निरोधक अधिनियम समेत विभिन्न संगीन धारा में मुकदमा दर्ज किया गया है। जिसमें जेल में बंद विधायक अब्बास, निखत बानो व नियाज के साथ जेल एसपी अशोक कुमार सागर, जेलर संतोष कुमार, वार्डर जगमोहन सहित सात लोग नामजद और अन्य अज्ञात कर्मचारी शामिल हैं। मुकदमा लिखे जाने के बाद जेल एसपी के साथ आठ अन्य लोगों को निलंबित कर दिया गया था। वहीं, एसपी व जेलर को जेल मुख्यालय लखनऊ से अटैच कर दिया गया था। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने दोनों आरोपितों को लखनऊ से ही हिरासत में लिया है और कर्वी कोतवाली में रखकर पूछताछ की जा रही है। जहाँ तक बात महंगे तोहफों की है, तो पुलिस इस बात की छानबीन कर रही है कि जेलर ने 18 लाख रुपये की कार खरीदने के लिए उसका भुगतान कहां से किया था। साथ ही, उन्हें और कौन-कौन से उपहार मिलते थे, उसकी भी लिस्ट पुलिस तैयार कर रही है। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि जेल में निखत की सेटिंग किस व्यक्ति ने कराई थी। अपर पुलिस अधीक्षक चक्रपाणि त्रिपाठी का कहना है कि दोनों लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मामले में पांच लोगों को अब तक जेल हो चुकी है। डीएम और एसपी ने अब्बास अंसारी की पत्नी निखत बानो और उसके ड्राइवर नियाज को छापेमारी के दौरान 10 फरवरी को पकड़ा था। वहीं, समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव फराज खान और कैंटीन का ठेकेदार नवीन सचान को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि डिप्टी जेलर चंद्रकला सोमवार को जेल भेजी गई हैं। पुलिस का कहना है कि अभी और लोग चिन्हित किए गए हैं, जबकि नामदज आरोपित जगमोहन भी पुलिस की पकड़ से दूर है। उन सभी को पुलिस हिरासत में लेने के लिए पुलिस की 18 टीमें छापेमारी कर रही हैं। आपको बता दें कि 10 फरवरी को जिलाधिकारी अभिषेक आनंद और पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने जेल में छापा मारा था। इस दौरान मऊ से विधायक अब्बास अंसारी अपने बैरक से नदारद मिले। जेल में तलाशी के दौरान एक कमरे में ताला लगा था, खुलवाने पर अंदर अब्बास की पत्नी निखत बानो मिली थीं, जबकि अब्बास को थोड़ी देर पहले ही जेल के कर्मचारी कमरे से निकाल कर ले गए थे। निखत से तलाशी के दौरान दो मोबाइल, 21 हजार रुपये और सऊदी अरब की करेंसी बरामद हुई थी।