Thu, Apr 25, 2024
Whatsapp

इस्तीफा देना नये तीन कानूनों का समाधान नहीं, चर्चा से ही निकलेगा हल: अजय चौटाला

Written by  Arvind Kumar -- September 17th 2021 09:50 AM
इस्तीफा देना नये तीन कानूनों का समाधान नहीं, चर्चा से ही निकलेगा हल: अजय चौटाला

इस्तीफा देना नये तीन कानूनों का समाधान नहीं, चर्चा से ही निकलेगा हल: अजय चौटाला

पानीपत/सोनीपत/चंडीगढ़। किसान आंदोलन व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का इस्तीफा मांगने के संदर्भ में जननायक जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अजय सिंह चौटाला ने पूछा है कि दुष्यंत चौटाला इस्तीफा क्यूं दें? क्या दुष्यंत चौटाला ने इन कानूनों को बनवाने का काम किया है? उन्होंने कहा कि इन कानूनों को बनवाने में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और जेजेपी विधायकों की कोई भूमिका नहीं है। डॉ. चौटाला ने कहा कि ये नये कानून केंद्र सरकार ने बनाए थे और जिसमें हरियाणा की तरफ से 10 लोकसभा व 5 राज्यसभा सांसदों की भागीदारी थी, अगर किसी को इस्तीफा मांगना ही है तो इन सभी सांसदों से मांगे। वे वीरवार को पानीपत व सोनीपत जिले में पार्टी द्वारा आयोजित जिला स्तरीय पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। साथ ही अजय चौटाला ने कहा कि इस्तीफा देना नए तीन कानूनों का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर इस्तीफा देने से नये कानूनों का कोई समाधान निकलता है तो जेजेपी के दसों विधायकों के इस्तीफे उनकी जेब में है और कभी भी आकर उनसे ले जाएं। डॉ. चौटाला ने कहा कि इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने भी विधायक पद से अपना इस्तीफा दिया था लेकिन कोई समाधान नहीं निकला बल्कि इनेलो के पास विधानसभा में एक सदस्य बचा था और वो भी जाता रहा। उन्होंने कहा कि किसी समस्या का समाधान वार्ता के जरिये ही निकलता है और केंद्र से किसान संगठनों की बातचीत के लिए हम मध्यस्थता करवाने के लिए तैयार है। अजय चौटाला ने कहा कि आज गुमराह करने वाले विपक्षी राजनीतिक लोगों से किसानों को सचेत, सजग व सावधान रहना होगा। यह भी पढ़ें- हरियाणा में पंचायत इलेक्शन को लेकर सरगर्मियां तेज, दो या तीन चरणों में हो सकते हैं चुनाव यह भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने टिकटों के लिए मांगे आवेदन, चुकाने होंगे 11 हजार जेजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ये भी कहा कि किसानों के हित जेजेपी के लिए हमेशा सर्वोपरी हैं। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने शुरू दिन से यह स्पष्ट कर दिया था कि उनके होते हुए किसानों की एसएमसी व मंडी व्यवस्था पर कोई आंच नहीं आने दी जाएगी, अगर इन पर कोई आंच आती है तो वे सबसे पहले अपना इस्तीफा देने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि आज देशभर में हरियाणा ही ऐसा राज्य है जहां के किसानों को सबसे ज्यादा 11 फसलों पर एमएसपी मिलता है जबकि अन्य राज्य पंजाब में तो मात्र एक-दो फसल पर ही किसानों को एमएसपी दिया जा रहा है। अजय चौटाला ने ये भी कहा कि सरकार में दुष्यंत चौटाला किसानों का नुमाइंदा बनकर किसानों के हित में निरंतर काम कर रहे हैं।


Top News view more...

Latest News view more...