वर्ल्ड कप के लिए रोहतक की बेटी शैफाली वर्मा का चयन, जानिए कैसा रहा सफर
रोहतक। (अंकुर सैनी) BCCI ने आईसीसी टी-20 महिला वर्ल्ड कप 2020 के लिए भारतीय महिला क्रिकेट टीम की घोषणा कर दी है। 15 सदस्यीय टीम की कप्तानी हरमनप्रीत कौर करेंगी। रोहतक की शैफाली वर्मा का भी टीम में चयन हुआ है। शैफाली ने पीटीसी न्यूज से खास बातचीत में अपने जीवन के इस सफर को सांझा किया और कहा कि जिंदगी में कुछ हासिल करने के लिए व्यक्ति को खुद पर विश्वास होना चाहिए। [caption id="attachment_379892" align="aligncenter" width="700"] वर्ल्ड कप के लिए रोहतक की बेटी शैफाली वर्मा का चयन, जानिए कैसा रहा सफर[/caption] शैफाली की उम्र महज 15 साल है। लेकिन क्रिकेट खेलने का जुनून और जज्बा किसी से कम नहीं। रोहतक शहर के मिडिल क्लास फैमिली में जन्मी इस खिलाड़ी का सफर काफी संघर्ष और चुनौतियों से भरा रहा। कभी फटे पुराने ग्लब्स में खेलने वाली शैफाली के लिए वो दिन बेहद मुश्किल रहे। लेकिन पिता के सहयोग ने आज इस मुकाम तक पहुंचा ही दिया। वहीं दूसरी ओर किसी भी खिलाड़ी की जिंदगी में गुरु का सहयोग भी बहुत महत्वपूर्ण होता है, जिसके बिना कामयाबी हासिल करना ना के बराबर है। इस सफर में कोच संजय का भी अहम योगदान रहा। लंबे समय से शैफाली को ट्रेनिंग दे रहे संजय ने ही उसे क्रिकेट खेलना सिखाया और आज अपनी इस खिलाड़ी पर गर्व महसूस करते हैं। [caption id="attachment_379891" align="aligncenter" width="700"] वर्ल्ड कप के लिए रोहतक की बेटी शैफाली वर्मा का चयन, जानिए कैसा रहा सफर[/caption] कभी सचिन तेंदुलकर को टीवी पर क्रिकेट खेलते देख शैफाली ने भी ये मन बनाया था कि एक दिन अपने ही आइडल का रिकॉर्ड तोड़ूंगी। जिसके बाद पिता और कोच के सहयोग व कड़ी मेहनत से उसने सचिन तेंदुलकर का सबसे कम उम्र में अर्ध शतक का रिकॉर्ड तोड़ा और इतिहास रचा। अक्सर लड़की को क्रिकेट खेलता देख आस पास के लोग तरह तरह की चर्चाएं करते हैं, लेकिन महज 10 वीं कक्षा में पढ़ने वाली शेफाली ने कभी उन लोगों की नहीं सुनी और अपने लक्ष्य पर ध्यान दिया। दिल में एक दृढ़ लक्ष्य के साथ शैफाली ने अपने जीवन में अनेकों चुनौतियों से गुजरते हुए ये मुकाम हासिल किया और आज हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे भारत देश का नाम रोशन करने जा रही है। [caption id="attachment_379894" align="aligncenter" width="700"] वर्ल्ड कप के लिए रोहतक की बेटी शैफाली वर्मा का चयन, जानिए कैसा रहा सफर[/caption] शैफाली को जिस वक्त खबर मिली कि उसका भारतीय महिला क्रिकेट टीम में चयन हुआ है, वो लम्हा उसके और इस सफर में सहयोग देने वाले लोगों के लिए एक ऐतिहासिक लम्हा था। कोच और उसके परिवार में खुशी का माहौल था। भारत के लिए भी गौरव की बात थी, क्योंकि इतनी कम उम्र की खिलाड़ी जल्द ही आगामी फरवरी महीने में ऑस्ट्रेलिया के क्रिकेट मैदान में अपनी पूरी तैयारी के साथ अपना दमखम दिखाने जा रही है। अपने असीम टैलेंट की वजह से विरोधियों पर भारी पड़ने वाली शेफाली कहती हैं कि व्यक्ति को खुद पर विश्वास होना चाहिए। खुद के विश्वास के बिना जिंदगी में कुछ हासिल नहीं किया जा सकता। यह भी पढ़ें: मुंबई से दिल्ली तक दौड़ लगाकर पहुंचा हिमाचल का यह शख्स ---PTC NEWS---