जेल में युवक की संदिग्ध मौत, परिजनों ने पहले शव लेने से इंकार किया फिर शव लेने सड़कों पर उतरे
यमुनानगर। जिला जेल में हत्या के प्रयास में तीन दिन से बंद युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो जाने के बाद पहले तो अस्पाल में जमकर हंगामा हुआ और परिजनों ने शव को ले जाने से ही मना कर दिया। लेकिन हैरानी उस समय हुई जब दूसरे दिन शव को लेने के लिए सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए। हांलाकि शव का संस्कार तो हो गया लेकिन देर शाम पुलिस ने लगभग 300 लोगों के खिलाफ 13 धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दिया। पुलिस ने शुरूवात में तो सब कुछ बता दिया लेकिन एफआईआर के दर्ज होते ही अब पुलिस चुप है। थाना शहर यमुनानगर से लेकर एसपी यमुनानगर तक कोई भी इस एफआईआर के बारे में बोलने को तैयार नहीं है। क्योंकि मामला काफी संवेदनशील है। हालांकि पुलिस बिना कैमरे के तो सब कुछ बता रही है लेकिन पुलिस पर ऐसा क्या दवाब है कि पहले तो एफआईआर दर्ज कर ली लेकिन अब जब मामला दर्ज हो चुका है तो पुलिस ने होंठ सील लिए। फिलहाल इस मामले को लेकर अब राजनीति भी गर्मा रही है और वहीं भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावन ने भी साफ कर दिया है कि अगर रमन को इंसाफ नही मिला तो लॉकडाउन खत्म होते ही वह हरियाणा की सड़कों को जाम कर देंगे। ---PTC NEWS---