
russia ukraine war: यूक्रेन पर रूसी हमले के चौथे दिन रूसी सेना ने यूक्रेन के दक्षिण और दक्षिण पूर्व के दो शहरों को घेरने का दावा किया है। यूक्रेन को पश्चिमी देशों से आर्थिक और सैन्य सहायता मिलने के बाद यूक्रेन की राजधानी कीव समेत यूक्रेन के तमाम शहरों पर रूस ने अपने हमले तेज कर दिये हैं।
रूसी सेना यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में घुस चुकी है। Chernihiv में स्थानीय नागरिकों और पुलिस ने रूसी टैंक के काफिले को बीच सड़क पर रोक दिया।बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने कुछ टैंकों में आग लगा दी है।इस घटना के बाद से वहां हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं।रूसी सेना भी वहां डटी हुई है।
In the region of #Chernihiv, police along with local residents stopped a convoy of #Russian tanks. pic.twitter.com/unzwFD2u6l
— NEXTA (@nexta_tv) February 27, 2022
उधर, सूमी में हवाई हमले का अलर्ट जारी किया गया है।कहा गया है कि लोग अपने नजदीकी शेल्टर में चले जाएं।बता दें कि रूस के साथ सीमा से लगभग 20 किलोमीटर (12.4 मील) दक्षिण में स्थित है।यूक्रेनी मीडिया और सोशल नेटवर्क पर पोस्ट किए गए वीडियो में रूसी वाहनों को खारकिव में घूमते दिखाया गया है खारकीव में रूसी सेना के घुसने के दौरान जमकर गोलीबारी हुई।
जानकारी के मुताबिक, रूसी वाहनों का एक काफिला खिमप्रोम से सूमी शहर की ओर आ रहा है। इस दौरान यूक्रेन के सेना ने अपने नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर रहने, अनावश्यक रूप से बाहर न निकलने और खिड़कियों से दूर रहने को कहा है। शनिवार को चेर्नोबिल के परमाणु प्लांट पर कब्जा करने के बाद रूसी आर्मी अब एक और न्यूक्लियर प्लांट पर कब्जे की कोशिश में है।रूसी सैनिकों की ओर से ताबड़तोड़ बम के गोलों और मिसाइलों से हमले किए जा रहे हैं।
इसी बीच रूसी सेना ने खारकीव में गैस पाइपलाइन उड़ा दी है।यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा कि रूस की सेना ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में एक गैस पाइपलाइन बम धमाके से उड़ा दी है।'स्टेट सर्विस ऑफ स्पेशल कम्युनिकेशन एंड इंफॉर्मेशन प्रोटेक्शन’ ने आगाह किया कि इस विस्फोट से पर्यावरणीय आपदा आ सकती है।
यूक्रेन (Ukraine) के साथ बातचीत के लिए एक रूसी प्रतिनिधिमंडल बेलारूस (Belarus) पहुंच गया है।इफैक्स समाचार एजेंसी ने रविवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव (Dmitry Peskov) के हवाले से इसकी जानकारी दी।रूस (Russia) द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला बोलने के बाद हो रही ये इस तरह की पहली वार्ता है।