भारत में कोरोना के 1033 नए केस आए सामने, नए XE वेरियंट पर बना है सस्पेंस
corona update: देश में कोरोना के मामलों में तेजी से कमी आ रही है। गुरुवार को आए आंकड़ों के मुताबिक बीते एक दिन में महज 1,033 नए केस ही बचे हैं। इसके साथ ही एक्टिव केसों की संख्या तेजी से कम होते हुए 11,639 ही रह गई है। एक्टिव केसों के प्रतिशत के लिहाज से बात करें तो अब यह 0.03 फीसदी ही बचा है। भारत में कोरोना वायरस के आज 1033 नए केस आए हैं, जबकि 43 मरीजों की 24 घंटे में मौत हुई है। कोरोना के वैश्विक मामले बढ़कर 49.48 करोड़ हो गए और इससे मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 61.6 लाख हो गई। वहीं इस महामारी से बचाव के लिए 11 अरब लोगों को टीके की डोज दी गई है। इसी बीच कोरोना के नए वेरियंट XE ने दुनिया के साथ भारत की भी चिंताएं बढ़ा दी हैं। बुधवार को ग्रेटर मुंबई नगर निगम ने दावा किया था कि जिन 230 नमूनों को जीनोम सीक्वेंसिंग के तहत जांच के लिए भेजा गया था उनमें से एक परीक्षण में नए सब वेरिएंट XE की पुष्टि हुई है। इस केस को लेकर ये भी कहा गया था कि 50 वर्षीय एक महिला जिसमें कोरोना के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं, उसे कोरोना के नए सब वेरिएंट XE से संक्रमित पाया गया है। महिला को वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी हैं। बीएमसी के मुताबिक, 'नए वेरिएंट की पुष्टि के लिए सैंपल को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल जीनोमिक्स (NIBMG) को भेजा जाएगा। हालांकि, कुछ देर बाद ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन कर दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि मौजूदा सबूत कोरोना के नए XE वैरिएंट के पाए जाने की पुष्टि नहीं करते। अभी इस बारे में और जांच किए जाने की जरूरत है। क्या है XE वैरिएंट ? भारत में इस साल कोरोना के कुल केसों में से 90% ओमिक्रॉन के मिले थे। ओमिक्रॉन के दो सब वैरिएंट BA.1 और BA.2 सामने आए हैं। हालांकि, इसका BA.3 वैरिएंट भी है। शुरुआती दौर में BA.1 सब वैरिएंट सबसे ज्यादा देखने को मिला। हालांकि, भारत में BA.2 के चलते तीसरी लहर देखने को मिली। BA.2 को BA.1 की तुलना अधिक संक्रामक है। हालांकि यह ज्यादा खतरनाक नहीं रहा है. WHO के मुताबिक, पिछले 1 महीने में दुनिया में मिले ओमिक्रॉन केसों के 94 प्रतिशत केस BA.2 वैरिएंट के हैं। XE में BA.2 और BA.1 का म्यूटेशन पाया गया है। XE का पहला केस जनवरी में यूके में मिला था। अब तक इसके सिर्फ 600 केस सामने आए हैं। कितना खतरनाक है XE वैरिएंट ? अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जो यह बताते हों कि XE वैरिएंट ओमिक्रॉन के अन्य वैरिएंट से अलग है। बताया जा रहा है कि XE BA.2 वैरिएंट से सिर्फ 10% ज्यादा संक्रामक है। हालांकि, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है। इतना ही नहीं तीन महीने पहले मिले इस वैरिएंट से अभी तक कोई बड़ा खतरा सामने नहीं आया है, न ही बाकी वैरिएंट की तुलना में तेजी से केस बढ़े हैं। यानी यह बताता है कि XE वैरिएंट अभी तक चिंता का विषय नहीं है।