ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने साबरमती में चलाया 'बापू' का चरखा, काता सूत
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन आज दो दिन के दौरे पर भारत पहुंच गए हैं। उन्होंने साबरमती आश्रम पहुंचकर बापू के चित्र पर माल्यार्पण किया और चरखा भी चलाया। यहां की विजिटर बुक में उन्होंने लिखा- "उन्होंने लिखा कि मेरे लिए इस आश्रम में आना सौभाग्य की बात है। यह समझने की बात है कि एक साधारण व्यक्ति ने सत्य और अहिंसा के सिद्धांतों पर चलकर दुनिया को बेहतर बनाने के लिए संगठित किया।" उनके साथ गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे। यहां उन्हें महात्मा गांधी की शिष्या मेडेलीन स्लेड उर्फ मीराबेन की ऑटोबायोग्राफी 'द स्पिरिट्स पिलग्रिमेज' साबरमती आश्रम के तरफ से गिफ्ट दी गई। यह किताब महात्मा गांधी की दो किताबों में से एक है, जो कभी पब्लिश नहीं हुई। इससे पहले अहमदाबाद पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत हुआ। आज गुजरात में बैठक करने के बाद ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन शाम में दिल्ली के लिए निकल जाएंगे। जहां 22 अप्रैल को वे पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। ब्रिटिश PM की भारत दौरे से पहले 'नए युग की ट्रेड डील' (अर्ली हार्वेस्ट डील) की काफी ज्यादा चर्चा है। इस डील को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट से अलग हटकर बताया जा रहा है। इस अर्ली हार्वेस्ट डील में गुड्स एंड सर्विसेज और निवेश को ही नहीं बल्कि इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स, जियोग्राफिकल इंडिकेशन (GI टैग) और सतत विकास को भी शामिल किया जाएगा। जॉनसन की यात्रा के समय इस पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। यह पहली बार है जब ब्रिटेन के कोई प्रधानमंत्री भारत के पांचवें सबसे बड़े राज्य गुजरात का दौरा कर रहे। जॉनसन ने काफी सोच-समझकर भारत के पांचवें सबसे बड़े राज्य गुजरात को चुना है, क्योंकि यह ब्रिटेन में बड़ी संख्या में रहने वाले ब्रिटिश-भारतीय आबादी का पैतृक घर होने के कारण भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ है।