घर पर फोन कर फूट-फूट कर रोए यूक्रेन में फंसे छात्र, बोले: मुश्किल से कटी रात...बहुत डर लग रहा है
Ukraine-Russia War: यूक्रेन पर रूस के हमले तेज हो गए हैं। यूक्रेन में रूस अब कहर बरपा रहा है। हर तरफ दिल दहला देने वाला मंजर है। रूस यूक्रेन पर मिसाइलों से भी हमला कर रहा है। हमलों में आम नागरिकों की भी मौत हो रही है। रूसी हमलों की तस्वीरें खौफनाक हैं। अब तक यूक्रेन के 137 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत के 20 हजार नागरिकों के साथ अकेले हरियाणा से ही 2 हजार लोग अभी भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों ने फोन पर अपने माता पिता को वहां के हालातों की जानकारी दी। चिराग: यूक्रेन में रह रहे हिसार से छात्र चिराग के मुताबिक खाने के सामान के दाम बढ़ गए हैं, हॉस्टल बंद हो चुके हैं। अब खाने पीने की परेशानी भी बढ़ रही है। लोग बहुत डरे हुए हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि भारत सरकार उन्हें बहां से निकालने का रास्ते ढूंढे। महेश: चरखी दादरी से महेश जांगड़ा यूक्रेन की राजधानी खारकीव फंसे हुए हैं। उन्होंने बताया कि लोग बेहद डरे हैं, भारतीय दूतावास ने अपने कागजात साथ रखने को कहा है। आस पास के इलाकों में बम धमाकों की आवाजें सुनाई दे रही हैं। कुरुक्षेत्र के भूखड़ी गांव की रहने वाली एक छात्रा ने बताया कि उसने तहखाने में शरण ले रखी है। वह ऐसी जगह पर फंसी हैं जहां पर सबसे ज्यादा बमबारी हो रही है। यहां पर पांच सौ से ज्यादा स्टूडेंट्स एक बेसमेंट के अंदर छिपे हैं। अनुराग: चरखी दादरी के अनुराग भी यूक्रेन में फंसे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हर तरफ डर का माहौल है। उन्हें आज की फ्लाइट से लौटना था, लेकिन फ्लाइट कैंसिल हो गई। उनके साथ 40 भारतीय छात्र हैं। कैथल की एक मेडिकल स्टूडेंट युद्ध क्षेत्र में फंसी हुई है। उसके मुताबिक एटीएम ब्लॉक हैं, इंटरनेट कनेक्टिविटी न के बराबर है। संपर्क के साधन बहुत कम हैं। हालात बहुत खराब हैं। हर समय हमले की आशंका है।
पूर्णिमा बोहरा: यूक्रेन से फंसी पुर्णिमा ने बताया कि वहां के एक स्टूडेंट हैरी ने ताजा हालात बताए। स्टूडेंट का फ्लैट हमले वाली जगह से कुछ ही दूरी पर है। हैरी ने बताया कि सुबह के करीब 10:30 बजे धमाकों से कीव के लोगों के साथ इंडियन स्टूडेंट दहशत में है। फ्लैट से हवाई हमले, आग और धमाके सुनाई दे रहे हैं। हमले के बाद से एटीएम और सुपर मार्केट में लंबी लाइनें लगी है। यूक्रेन में फंसे अन्य भारतीय स्टूडेंट ने बताया कि पूरी रात दहशत में निकली है। हम सो भी नहीं पाए। कोशिश कर रहे हैं कि जैसे-तैसे यहां से निकले। एम्बेसी स्टूडेंट के कॉन्टैक्ट में हैं। उन्होंने फ्लैट से निकलने के लिए मना किया है। कहा गया है कि गलती से भी बाहर मत निकलना। मारपीट और दूसरी घटना हो सकती है। स्टूडेंट ने बताया कि इमरजेंसी में कोई भी सामान पहले यूक्रेन के मूल निवासियों को ही मिलता है। फिर वहां रहने वाले प्रवासियों को। इसी बीच हरियाणा में विदेश सहयोग विभाग के माध्यम से व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर +91 9212314595 जारी किया है। यूक्रेन में फंसे हुए लोग या उनके परिजन इस नंबर पर मदद मांग सकते हैं।