किसान आंदोलन पर यूएन की प्रतिक्रिया, 'लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार'
नई दिल्ली। भारत में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान कई दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों को विदेशों से भी समर्थन मिल रहा है। कई देशों के नेताओं में किसानों के समर्थन अपनी बात कही है। वहीं अब संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने भी किसानों के प्रदर्शन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। [caption id="attachment_455472" align="aligncenter" width="700"] किसान आंदोलन पर यूएन की प्रतिक्रिया, 'लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार'[/caption]
एंतोनियो गुतारेस के प्रवक्ता ने कहा कि लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार है और अधिकारियों को उन्हें यह करने देना चाहिए। यह भी पढ़ें- अनिल विज को अब नहीं लगेगी कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज यह भी पढ़ें- दुष्यंत चौटाला और बृजेंद्र सिंह का हुक्का पानी बंद, महापंचायत का फैसला [caption id="attachment_455471" align="aligncenter" width="696"] किसान आंदोलन पर यूएन की प्रतिक्रिया, 'लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार'[/caption] विदेशी नेताओं और संस्थाओं की किसान आंदोलन पर टिप्पणी पर भारत ने भी प्रतिक्रिया दी है। भारत ने विदेशी नेताओं की टिप्पणियों को ‘‘भ्रामक'' और ‘‘गैर जरूरी'' बताया है और साथ ही कहा कि यह एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों से जुड़ा विषय है। [caption id="attachment_455470" align="aligncenter" width="700"] किसान आंदोलन पर यूएन की प्रतिक्रिया, 'लोगों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार'[/caption] पिछले दिनों विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था कि हमने भारत में किसानों से संबंधित कुछ ऐसी टिप्पणियों को देखा है जो भ्रामक सूचनाओं पर आधारित हैं। इस तरह की टिप्पणियां अनुचित हैं, खासकर जब वे एक लोकतांत्रिक देश के आंतरिक मामलों से संबंधित हों।