केंद्रीय राज्य मंत्री ने अरावली मामले पर अपनी ही सरकार को घेरा
गुरुग्राम। (नीरज वशिष्ठ) अरावली मामले में जहां विपक्ष प्रदेश सरकार पर आरोप लगा रहा है तो वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह (Rao Inderjit Singh) ने भी इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार की नीति को कटघरे में खड़ा किया है। राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि अरावली बेहद जरूरी है और उन्होंने इसके लिए बनाए गए पंजाब लैंड प्रिजर्वेशन एक्ट की भी सराहना की है। [caption id="attachment_265001" align="aligncenter" width="700"] राव इंद्रजीत सिंह ने इसके लिए बनाए गए पंजाब लैंड प्रिजर्वेशन एक्ट की भी सराहना की है।[/caption] दरअसल अरावली श्रृंखला को खत्म करने के लिए हरियाणा सरकार ने पीएलपीए (पंजाब लैंड प्रिजर्वेशन एक्ट) में संशोधन किया है, जिसमें वन संरक्षित क्षेत्र को पूरी तरह से खत्म कर दिया गया है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने भी हरियाणा सरकार को फटकार लगाई है। [caption id="attachment_265003" align="aligncenter" width="700"] भारत की भौगोलिक संरचना में अरावली प्राचीनतम पर्वत है।[/caption] आपको बता दें कि भारत की भौगोलिक संरचना में अरावली प्राचीनतम पर्वत है। कई सालों से राजस्थान से आने वाली गर्म हवाओं के थपेड़ों को न केवल सहन कर दिल्ली एनसीआर क्षेत्र को भीषण गर्मी से बचाती आई है बल्कि राजस्थान से आने वाली आंधी धूल मिट्टी पॉल्यूशन को भी रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती आई है। यह भी पढ़ें : हरियाणा कैबिनेट की बैठक आज, कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा