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नई दिल्ली। BKU के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी को राजनीतिक पार्टियों के नेताओं से मेल मुलाकात महंगा पड़ गया है। उन्हें संयुक्त किसान मोर्चा ने सस्पेंड कर दिया है। 19 जनवरी को सरकार के साथ होने वाली मीटिंग में भी गुरनाम हिस्सा नहीं लेंगे। जानकारी के मुताबिक राजनीतिक गतिविधियों में चढ़ूनी के हिस्सा लेने से संयुक्त किसान मोर्चा नाराज है। इसी के चलते चढूनी को किसान मोर्चा की कमेटी और केंद्र सरकार से बात करने वाली कमेटी से बाहर किया गया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने BKU के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी को किया सस्पेंड
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक गुरनाम सिंह को संयुक्त किसान मोर्चा की अनुशासन कमेटी के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखना होगा और अगर कमेटी को पक्ष सही नहीं लगता तो कमेटी कोई बड़ा फैसला ले सकती है।
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संयुक्त किसान मोर्चा ने BKU के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी को किया सस्पेंड
बता दें कि पिछले कल ही गुरनाम सिंह ने किसानों के आंदोलन को और तेजी देने के लिए देश विपक्षी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात की थी और उन्हें एक प्लेटफार्म पर लाने की बात कही थी।
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संयुक्त किसान मोर्चा ने BKU के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी को किया सस्पेंड
गुरनाम सिंह चढूनी का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों की अहम भूमिका है। इसके लिए विपक्षी पार्टियों को एक मंच पर इकट्ठा करेंगे। जिसका नाम जन संसद रखा गया है। इसमें राजनीतिक पार्टियां तय करेंगी कि उनका इन कानूनों को लेकर क्या विचार है। सभी पार्टियां मिलकर विचार करेंगी।
उन्होंने कहा कि किसानों का आंदोलन अराजनीतिक है इसलिए अलग से विपक्षी पार्टियां एकमंच पर आकर कृषि कानूनों पर अपने विचार रखेंगी और सरकार पर अपना दबाव बनाएंगी।
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