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टोहाना। किसान आंदोलन को लेकर विधानसभा के सबसे बड़े गांव समैन में अहम बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में सभी ग्रामीणों ने एक मत से फैसला लेते हुए कहा कि जब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा तब तक किसी सरकारी अधिकारी और जजपा व भाजपा के किसी नेता को गांव में आने की इजाजत नहीं होगी।
पंचयात में ग्रामीणों का फैसला, गांव में छापा मारने आए बिजली कर्मचारी तो...
इस दौरान कहा गया कि अगर कोई गांव में आता है तो वो अपनी जानमाल का खुद जिम्मेवार होगा। साथ में यह भी फैसला लिया गया है कि अगर बिजली चोरी के नाम पर कोई बिजली कर्मचारी या अधिकारी भी गांव में आता है तो उसे भी गांव में नहीं घुसने दिया जाएगा।
पंचयात में ग्रामीणों का फैसला, गांव में छापा मारने आए बिजली कर्मचारी तो...
गौर हो कि बिजली विभाग लगातार बिजली चोरी की शिकायतों पर कार्रवाई कर रहा है। शनिवार को भी एक हजार से ज्यादा अधिकारियों की 236 टीमेों ने बड़े उद्योगों में हो रही बिजली चोरी के खिलाफ छापेमारी की। इस छापामारी में करीब 1100 से अधिक बिजली चोरी के इंडस्ट्री के मामले पकड़े हैं। इससे बिजली बोर्ड को लगभग 100 करोड़ का रेवेन्यू इकट्ठा होगा।
पंचयात में ग्रामीणों का फैसला, गांव में छापा मारने आए बिजली कर्मचारी तो...
हरियाणा के बिजली मंत्री रणदीप सिंह चौटाला का कहना है कि इन छापों के जरिये सरकार प्रदेश के नागरिकों को यह संदेश देना चाहती है कि बिजली चोरी अब किसी भी स्तर पर सहन नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि आज की छापेमारी में तारों में कट, मीटर में गड़बड़ी आदि के कई मामले सामने आए हैं और चोरी की इन गड़बड़ी में अधिकारी भी शामिल पाए गए हैं। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
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