विश्वकर्मा जयंती: जानिए आज क्यों होती है औजारों और मशीनों की पूजा?
नई दिल्ली। आज देशभर में विश्वकर्मा जयंती मनाई जा रही है। इस अवसर पर भगवान विश्वकर्मा की पूजा भी धूमधाम से की जा रही है। मान्यता है कि अगर इस दिन आप घर में रखे हुए लोहे के औजारों और मशीनों की पूजा करते हैं तो वो जल्दी खराब नहीं होते हैं। मशीनें अच्छी चलती हैं क्योंकि भगवान उनपर अपनी कृपा बनाकर रखते हैं। इसलिए आज औजारों की पूजा का भी विशेष महत्व है। हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को विश्वकर्मा पूजा मनाई जाती है। चतुर्दशी पूजा का शुभ मुहूर्त 16 सितंबर, बुधवार – सुबह 10 बजकर 09 मिनट से 11 बजकर 37 मिनट तक है। वहीं दोपहर 02 बजकर 19 मिनट से दोपहर 3 बजकर 08 मिनट तक विजय योग रहेगा। इसके अलावा शाम 06 बजकर 12 मिनट से शाम 6 बजकर 36 मिनट तक गोधूलि मुहूर्त रहेगा। इन सभी योग में विश्वकर्मा जी की पूजा की जा सकती है। यह भी पढ़ें: अमावस्या पर कुरुक्षेत्र और पिहोवा में श्रद्धालुओं के इकट्ठा होने पर लगा प्रतिबंध आपको बता दें कि दोपहर 12 बजकर 16 मिनट से लेकर 01 बजकर 48 मिनट तक राहु काल रहेगा। माना जाता है कि राहु काल में पूजा का फल नहीं मिलता है। इसलिए इस दौरान भगवान विश्वकर्मा की पूजा न करें। हिंदू मान्यताओं के अनुसार, विश्वकर्मा को निर्माण का देवता कहा जाता है। प्राचीन काल में देवताओं के महल और अस्त्र-शस्त्र विश्वकर्मा भगवान ने ही बनाया था। अत: किसी कार्य के निर्माण और सृजन से जुड़े हुए लोग विश्वकर्मा भगवान की पूजा-अर्चना विशेष तौर पर करते हैं। ---PTC News---