बारिश ने खोली प्रशासन के दावों की पोल, दादरी में सरकारी कार्यालय पानी में 'डूबे'
चरखी दादरी/प्रदीप साहू: पिछले दो दिन से हो रही लगातार बारिश ने एक बार फिर से प्रशासन के दावों की पोल खोलकर रख दी है। बारिश के चलते लोगों को गर्मी से राहत तो जरूर मिली, लेकिन साथ ही ये बारिश उनके लिए मुसीबत भी लेकर आई। बारिश के चलते जहां प्रशासनिक कार्यालय भी पानी से लबालब हैं। वहीं, पूरे शहर में जलभराव से हालात खराब हो गए हैं। पानी के बीच से ही अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूलों तक पहुंचाया। दो दिन से लगातार हो रही बारिश से पूरे दादरी शहर में पानी ही पानी हो गया। इससे पहले प्रशासन जलभराव से निपटने के लिए ठोस दावे कर रहा थेा, लेकिन बारिश ने प्रशासन के प्रबंधों पर पानी फेर दिया है। शहर की निचली कॉलोनियों, बाजारों से लेकर गलियों से पानी निकासी की ठीक व्यवस्था नहीं होने से लोगों को आने-जाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यहां तक कि दादरी शहर के लघु सचिवालय का द्वार, नगर परिषद कॉम्प्लेक्स का आंगन और रोडवेज वर्कशॉप में भी जलभराव देखने को मिला। इसके अलावा शहर की कई गलियों में भी सीवरेज संबंधी समस्या होने से लोग परेशान रहे। स्थानीय निवासी व दुकानदारों ने बताया कि सरकार ने दादरी को जिला जरूर बना दिया, लेकिन कोई ठोस बजट नहीं देने के चलते हालात बुरे बने हुए हैं। थोड़ी सी बारिश होते ही गलियों में जलभराव की स्थिति पैदा हो जाती है। यहां सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को होती है। बार-बार प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाने के बाद भी समस्या का कोई समाधान नहीं है। लोगों ने कहा कि स्कूलों में पानी भरने से विद्यार्थियों को परेशानी हो रही हैं वहीं कालोनियों में जलभराव से काफी दिक्कतें आ रही हैं। वहीं, जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता रमेशचंद गौड ने फोन पर बताया कि पानी निकासी के लिए लगी मोटरों की क्षमता कम है, बड़ी मोटरें लाई गई हैं, लेकिन गोताखोर व कर्मचारी नहीं होने के कारण मोटरें नहीं लग पाई हैं। जल्द समस्या का समाधान करवा दिया जाएगा।