वैक्सीन लगाने के क्या हैं साइड इफैक्टस, जानें कोविशील्ड और कोवैक्सिन की फैक्ट शीट की खास बातें
नई दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण जारी है। बीते 24 घंटों में देश के 12 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में 18 से 44 साल के करीब 2 लाख 15 हजार से ज्यादा लोगों को टीका लगाया गया। वहीं अब तक देश भर में अब तक 15 करोड़ 89 लाख लोगों को कोविड टीके लगाए जा चुके हैं। इस बीच आपको आपको यह जानना जरूरी है कि वैक्सीन लगाने के क्या रिस्क और फायदे हैं। भारत बायोटेक की वैक्सीन कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन कोविशील्ड को लेकर एक फैक्ट शीट जारी की गई है। जिसमें वैक्सीन से जुड़ी तमाम जानकारी दी गई है। इस फैक्ट शीट में बताया गया है कि वैक्सीन किसे और कब दी जाएगी? वैक्सीन लेने से क्या खतरा हो सकता है? और वैक्सीन लेने के बाद क्या सावधानियां बरतीं जानी चाहिए? आइए बारी-बारी से इन सभी पर बात करते हैं। कोवैक्सिन की बात करें तो इसका टीका दो बार लगाना जरूरी है। तभी यह कोरोना के खिलाफ प्रभावी है। वहीं जिन लोगों को अलर्जी की शिकायत है, बुखार है या कोई गंभीर बीमारी है उन्हें वैक्सीन ना लगाने की सलाह दी गई है। वहीं प्रेग्नेंट और स्तनपान कराने वाली महिलाएं को इस समय कोविड-19 वैक्सीन नहीं देनी चाहिए। कोवैक्सिन के कई साइड इफैक्टस भी हो सकते हैं, जैसे इंजेक्शन वाली जगह पर दर्द व सूजन, सिर दर्द, बुखार और उल्टी आना आदि। वहीं कोविशील्ड की बात करें तो इसका टीका 18 वर्ष और उससे अधिक उम्र के लोग के लिए आपात स्थिति में सीमित उपयोग के लिए अनुमोदित किया गया है। अगर आपको कोविशील्ड की पहली खुराक के बाद गंभीर अलर्जी हुई है तो आपको दोबारा इसका टीका नहीं लेना चाहिए। अगर आपको कोवशीड की पहली खुराक दी जा चुकी है, तो इस खुराक के 4 से 6 सप्ताह के बीच दूसरी खुराक दी जानी चाहिए। हालांकि विदेशों में हुए अध्ययन में पता चला है कि दूसरी खुराक 12 सप्ताह बाद तक दी जा सकती है।
कोविशील्ड का टीका लगाए जाने से आपको कई प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकते हैं। हालांकि यह बहुत आम है और किसी अन्य वैक्सीन को लगाते वक्त भी ये प्रभाव पड़ सकते हैं। जैसे इंजेक्शन लगाए गए स्थल पर जलन या खुजली होना। सामान्य तौर पर तबीयत ठीक नहीं लगना। कंपकंपी या बुखार सा महसूस होना, सर दर्द और जोड़ों में दर्द इत्यादि। कई लोगों में इंजेक्शन लगने के बाद गांठ भी बन जाती है लेकिन यह प्रभाव बहुत कम लोगों पर पड़ता है। इस वैक्सीन के कई ऐसे भी प्रभाव है जो आम नहीं है और 100 में से एक व्यक्ति को हो सकते हैं। जैसे चक्कर आना, भूख में कमी, पेट दर्द, अत्यधिक पसीना आना, खुजली होना इत्यादि। अगर आप गंभीर प्रभाव से जूझ रहे हैं तो आपको डॉक्टर से कंसल्ट करना चाहिए ताकि वक्त रहते इनका उपचार किया जा सके।