72 घंटे में पेमेंट के दावे फेल! 20 दिन में भी नहीं मिल रहे आढ़तियों व किसानों को गेहूं के दाम
पलवल। मंडी में फसल बेचने के 72 घंटे के अंदर किसान को पेमेंट करने का हरियाणा सरकार का दावा महज दावा ही साबित हो रहा है। हकीकत में किसानों और आढ़तियों को पेमेंट मिलने में काफी समय लग रहा है। गेहूं की सरकारी खरीद शुरू हुए 25 दिन बीत चुके हैं, 20 अप्रैल को सरकारी खरीद शुरू हुई थी, लेकिन आढ़तियों को अभी केवल 24 से 27 अप्रैल तक का ही भुगतान मिला है। जिसमें से मात्र दो प्रतिशत किसानों के खाते पैसे पहुंचे हैं। सरकार द्वारा किसान की गेंहू की फसल का भुगतान नहीं किए जाने की वजह से किसानों और आढ़तियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों के खेत अगली फसल के लिए खाली पड़े हुए हैं उन्हें खाद और बीज के लिए पैसे चाहिए लेकिन बिना पैसे आगे फसल की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं। किसानों का कहना है कि उन्हें पहले आढ़ती फसल भेजते ही दूसरे दिन पैसे दे देते थे लेकिन अब सरकार ने ऐसा चक्कर चलाया है ना तो आढ़तियों को पैसा मिल रहा है ना हम किसानों को अपनी फसल का पैसा मिला है। पलवल अनाज मंडी एसोसिएशन के प्रधान गौरव तेवतिया तथा अन्य आढ़तियों ने बताया कि एक तरफ उन्हें किसानों के चालान फॉर्म में स्पष्ट आदेश दिया हुआ है कि चालन फार्म में से एक पैसा भी काटा गया तो कंप्यूटर सिस्टम उस भुगतान को एक्सेप्ट नहीं करेगा। वहीं दूसरी तरफ अधिकारियों ने एक मैसेज उन्हें सर्व किया है जिसमें अधिकारियों ने उनसे कहा है कि वे किसानों को ₹15 काटकर भुगतान करें। ऐसे में वह क्या करें और क्या ना करें समझ से परे की बात है। ---PTC NEWS---