कोरोना के नए वायरस ओमिक्रॉन से दोबारा संक्रमित होने का खतरा, जानिए WHO ने क्या कहा
नेशनल डेस्क: पिछले कुछ महीनों से कोरोना के मामले पूरी दुनिया में कम हो रहे थे। कोरोना के मामले कम होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी, लेकिन कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन पूरी दुनिया के लिए एक नया और बड़ा खतरा बन रहा है। WHO इसे 'वैरिएंट ऑफ कंसर्न' की सूची में डाल दिया है। कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट की कहर तो भारत देख ही चुका है, लेकिन ओमिक्रॉन को डेल्टा वैरिएंट से भी ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। इसपर वैक्सीन का कितना असर होगा ये साफ नहीं हो पाया है, लेकिन दोनों वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं। इन चिंताओं के बीच WHO ने ओमिक्रॉन से जुड़ी कुछ खास जानकारी लोगों के बीच साझा की है। रीइंफेक्शन का खतरा (Omicron Reinfection)- WHO के अनुसार, शुरुआती आंकड़े बताते हैं कि ओमिक्रॉन वैरिएंट से लोगों में रीइंफेक्शन का खतरा भी बढ़ सकता है। यानी कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके लोग भी इस नए वैरिएंट की चपेट में आ सकते हैं। ओमिक्रॉन से संक्रमण गंभीर रूप से किसी इंसान को बीमार कर सकता है या नहीं, इस पर साफतौर से कुछ नहीं कहा जा सकता है। इसकी भी फिलहाल कोई जानकारी नहीं है कि ओमिक्रॉन के लक्षण दूसरे वैरिएंट से अलग होंगे या नहीं।