गिनी में बंधक बनाए गए मर्चेंट नेवी शिप के 26 क्रू मेंबर, 16 भारतीय भी शामिल...परिवार का रो-रो कर बुरा हाल

By  Vinod Kumar November 7th 2022 12:30 PM

कानपुर/ज्ञानेंद्र शुक्ला: भारतीय मर्चेंट नेवी के एक्सेप में तैनात कुल 26 सदस्यों को पश्चिमी अफ्रीकी देश गिनी में बीते 3 माह से शिप समेत क्रू मेंबरों को बंधक बनाया गया है। बीते रविवार को बंधक बनाए गए भारतीय मार्चेंट नेवी के असिस्टेंट ऑफिसर रौशन अरोड़ा ने अपने घर पर फोन करके इस बात की जानकारी अपने परिवार वालों को दी है।

बेटे के बंधक बनने की खबर के बाद कानपुर के गोविंद नगर में रहने वाला रौशन अरोड़ा के परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। परिवार ने बेटे को रिहा करवाने के लिए भारत सरकार से गुहार लगाई है। कानपुर में गोविंद नगर की लेबर कॉलोनी में रहने वाले रौशन अरोड़ा मर्चेंट नेवी में असिस्टेंट ऑफिसर पद पर कार्यरत हैं।


परिवार वालों की मानें तो उनके पास बेटे रौशन ने बीते शनिवार को फोन करके इस बात की जानकारी दी है कि पश्चिमी अफ्रीकी के गिनी देश में भारतीय मर्चेंट नेवी के एक शिप के क्रू मेंबर की टीम को पिछले 3 माह से बंधक बना कर रखा गया है, जिनपर कच्चा तेल चोरी का आरोप लगा है। शिप में कुल 26 सदस्य तैनात हैं, जिसमें 16 भारतीय हैं। रौशन ने इस बात की भी अपने परिवार वालों को जानकारी दी है कि जुर्माना भरने के बावजूद भी उन्हें नहीं छोड़ा जा रहा है। ऐसे में उनकी जान पर खतरा बना हुआ है।

इस बात की जानकारी जैसे ही परिजनों को लगी तो बेटे को खतरे में देखकर परिवार वालों में अफरा-तफरी मच गई। परिवार वाले अपने बेटे को छुड़ाने के लिए भारत सरकार से अब गुहार लगाते हुए नजर आ रहे हैं। रौशन के परिवार वालों की मानें तो बेटे के बताने के मुताबिक उनका शिप वापस भारत की तरफ आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में गिनी देश की नेवी के अफसरों ने उनको रोक लिया 15 अफसरों को मालाबो में कैद कर लिया गया। साथ ही अन्य 11 को जहाज में ही नजर बंद कर लिया गया। 

वहीं, उन्होंने बताया कि इस घटना के तीन माह बीत चुके है, लेकिन उसने अपने घर वालों को अभी तक जानकारी नहीं दी थी। गिनी नेवी अफसर पकड़े गए सभी क्रू मेंबर को नाइजीरियन नेवी को सौंपने वाले हैं। इसके बाद से सारे लोग दहशत में हैं। 

वहीं, पीड़ित परिवार ने बताया कि उन्होंने शिप कंपनी के अधिकारियों से भी इस पूरे मामले पर जब बात की तो उन्होंने नाइजीरिया और गिनी देशों के अफसरों के संपर्क में होने की बात बताई है।साथ ही भारत सरकार के पीएम ऑफिस से भी मामले को संज्ञान में लिया गया है। परिजन हर कीमत पर अपने बेटे को भारत सरकार से मुक्त कराने की मांग कर रहे है है।

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