मुगल गार्डन का बदला गया नाम, अब अमृत उद्यान होगा नाम
राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) के मुगल गार्डन अब नए नाम से जाना जाएगा। मुगल गार्डन (Mughal Garden) का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' (Amrit Udyan) कर दिया है। इस साल 31 जनवरी से 26 मार्च तक मुगल गार्डन यानि अमृत उद्यान जनता के लिए खुला रहेगा। इसके बाद 28 मार्च को सिर्फ किसानों के लिए और 29 मार्च को इसे दिव्यांगों के लिए खोला जाएगा।
राष्ट्रपति भवन (Rashtrapati Bhavan) के मुगल गार्डन अब नए नाम से जाना जाएगा। मुगल गार्डन (Mughal Garden) का नाम बदलकर 'अमृत उद्यान' (Amrit Udyan) कर दिया है। अपनी सुंदरता के लिए ये गार्डन काफी चर्चित है। हर साल इसकी खूबसूरती निहारने के लिए लाखों पर्यटक आते हैं। इस गार्डन में 138 प्रकार के गुलाब, 10 हजार से ज्यादा ट्यूलिप बल्ब और 70 अलग-अलग प्रजातियों के लगभग 5 हजार मौसमी फूलों की प्रजातियां हैं।
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में जानकारी देते हुए बताया गया है कि इस साल 31 जनवरी से 26 मार्च तक मुगल गार्डन यानि अमृत उद्यान जनता के लिए खुला रहेगा। इसके बाद 28 मार्च को सिर्फ किसानों के लिए और 29 मार्च को इसे दिव्यांगों के लिए खोला जाएगा। 30 मार्च को पुलिस, सुरक्षा बल और सेना के परिवारों को इस गार्डन में प्रवेश मिलेगा।
राष्ट्रपति भवन में गार्डन 15 एकड़ जमीन पर बना है। शुरुआती दौर में आम लोगों को इस गार्डन में प्रवेश की अनुमति नहीं थी। मुगल गार्डन की खूबसूरती को आम लोगों से रूबरू कराने के लिए देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने लोगों को इसमें प्रवेश की अनुमति दी थी। इसके बाद से फरवरी और मार्च में इसे आम लोगों के लिए खोला जाता है।
इसका निर्माण ब्रिटिश शासनकाल में किया गया था। अंग्रेजी वास्तुकार सर एडवर्ड लुटियन्स द्वारा राष्ट्रपति भवन और मुगल गार्डन को डिजाइन किया था। 1928 में 11 सालों बाद ये बनकर तैयार हुई था। इस गार्डन को चार भागों में बांटा गया है। गार्डन में लगी दूब कलकत्ता से मंगवाई गई थी।