हरियाणा कांग्रेस ने चंडीगढ़-एसवाईएल के मुद्दे पर सीएम मनोहर लाल और केजरीवाल से पूछे सवाल
हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल और हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष कुमारी सैलजा की अध्यक्षता में आज चंडीगढ़ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई। बैठक में पार्टी के वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। बैठक में कांग्रेस ने हरियाणा से जुड़े कई मुद्दों पर प्रस्ताव पारित किए। बैठक में पंजाब सरकार की ओर से पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पेश करके चंडीगढ़ पर सिर्फ पंजाब का हक जताने पर गहरा रोष प्रकट किया गया। बैठक में कांग्रेस पार्टी ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पंजाब सरकार की ओर से चंडीगढ़ पर लाए गए प्रस्ताव के साथ एसवाईएल और हिन्दी भाषी क्षेत्रों को हरियाणा में स्थानांतरण कराने पर अपना स्टैंड स्पष्ट करें। कांग्रेस ने कहा कि माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा सतलुज-यमुना-संपर्क नहर का निर्माण करने के आदेश जारी किए जाने के बावजूद पंजाब क्षेत्र में खोदी गई इस नहर के अधिकतर भाग को पाट दिया गया है और हरियाणा की जीवन-रेखा एसवाईएल के लिए सरकार द्वारा अधिकृत की जमीन भी वापस कर दी गई है। हरियाणा कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर प्रदेशवासियों को बताए कि केंद्र और हरियाणा बीजेपी सरकार होने के बावजूद उनके द्वारा अभी तक एसवाईएल का पानी हरियाणा को क्यों नहीं दिलवाया जा सका है? 2016 को सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में निर्णय दिया था। हरियाणा सरकार ने क्या केन्द्र सरकार से हरियाणा के इस अधिकार प्राप्ति के लिए कोई बातचीत की या अन्य कोई ठोस कदम उठाये? हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर हरियाणा सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट के 2016 के निर्णय के पश्चात हरियाणा सरकार द्वारा उठाये गए कदमों की पूरी जानकारी हरियाणावासियों से साझा करें। कांग्रेस ने पूछा कि क्या यह सही नहीं कि प्रधानमंत्री जी ने हरियाणा के दलों को एसवाईएल के मुद्दे पर उनसे मुलाकात करने का समय तक नहीं दिया गया? बैठक में कांग्रेस ने कहा कि चंडीगढ़ पर हरियाणा का पूरा हक है और यह बैठक मांग करती है कि पंजाब के हिन्दी भाषी क्षेत्रों को हरियाणा में स्थानांतरित किया जाए और सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हरियाणा को अपने हिस्से का पानी तुरंत मुहैया करवाया जाये।