कुमारी शैलजा ने मनोहर-दुष्यंत सरकार पर साधा निशाना, कहा: माफिया-सत्ता का गठजोड़ ले रहा लोगों की जान
हरियाणा कांग्रस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने एक बार फिर मनोहर-दुष्यंत सरकार पर निशाना साधा है। कुमारी सैलजा ने कहा कि खनन माफिया व भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार का गठजोड़ लगातार लोगों की जान ले रहा है। प्रदेश सरकार को लोगों की अनमोल जिंदगी की कोई परवाह ही नहीं है। प्रदेश सरकार डाडम व जैनपुर-बिहारीपुर में गई जानों से कोई सबक लेती तो अब फिर से डाडम में पहाड़ नीचे दबने से गई जानों को बचाया जा सकता था। मीडिया को जारी बयान में कुमारी सैलजा ने कहा कि जनवरी महीने में डाडम का पहाड़ गिरने से पांच लोगों की मौत हुई, जबकि नांगल चौधरी के जैनपुर-बिहारीपुर में एक व्यक्ति की जान चली गई। एनजीटी की जांच रिपोर्ट में अवैध खनन व गलत तरीके से खनन की पुष्टि भी हुई, लेकिन कोई कार्रवाई प्रदेश सरकार की ओर से नहीं की गई। कांग्रेस पार्टी ने दबाव बनाया तो प्रदेश सरकार ने डाडम प्रकरण में मामला तो दर्ज करवा दिया, लेकिन असली जिम्मेदार लोगों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई। [caption id="attachment_529229" align="alignnone" width="1152"] फाइल फोटो[/caption] हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार खनन माफिया के खिलाफ ठोस कार्रवाई करती तो रविवार की घटना को टाला जा सकता था। चार माह के अंदर हो चुकी 8 मौत सरकार की पोल खोलने के लिए काफी हैं। प्रदेश सरकार की ओर से गठित 6 कमिटियों की रिपोर्ट तो अभी तक आई भी नहीं है, इससे पता चलता है कि कितने संगठित तरीके से अवैध कारोबार चल रहा है। कुमारी सैलजा ने कहा कि अवैध खनन सिर्फ डाडम या नांगल चौधरी में नहीं हो रहा है, यह पूरे हरियाणा में चल रहा है। प्रदेश सरकार शुरू से ही अवैध खनन से इंकार करती रही है, लेकिन डाडम व नांगल चौधरी के इलाके में अवैध खनन की पोल पहाड़ ने खुद खोल दी है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद, गुड़गांव, सोहना, यमुनानगर के इलाके में भी लगातार अवैध खनन की सूचनाएं मिलती रहती हैं। इतने बड़े पैमाने पर हो रहे खनन में सत्तारूढ़ नेताओं की संलिप्तता भी है और इसी कारण सरकार न तो अवैध खनन को स्वीकार करती है और न ही कोई कार्रवाई करती है। [caption id="attachment_616949" align="alignnone" width="700"] फाइल फोटो[/caption] हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हजारों करोड़ रुपये की अवैध कमाई का जरिया होने की वजह से एनजीटी की जांच रिपोर्ट के बाद भी प्रदेश सरकार चुप्पी साधे रही। अब भी डाडम की घटना को हादसा बताकर मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।