Adani Group की कंपनियों के शेयरों ने LIC के 18000 करोड़ की लगा दी 'लंका', क्या डूबेंगे सरकारी बैंक?
देश के सबसे अमीर कारोबारी गौतम अडानी के सितारे एकदम से गर्दिश में आ गए। गौतम अडानी ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाले लोग खासे परेशान हैं। ये सारा खेल चंद दिन पहले 'हिंडनबर्ग रिसर्च' की रिपोर्ट के बाद से हुआ। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयर (Adani group share) रेत के महल की तरह अचानक से गिरे और अडानी को एक दिन में ही 48 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हो गया।
10 लिस्टेड अडानी समूह की कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 27 जनवरी को लगभग 4 लाख करोड़ रुपये कम हो गया। 24 जनवरी 2023 को अडानी ग्रुप का मार्केट कैप 19 लाख करोड़ रुपये था, जो 27 जनवरी को 15 लाख करोड़ रुपये हो गया। अडानी ग्रुप की 10 कंपनियों के शेयर क्रैश होते नजर आ रहे हैं। साल 2023 के शुरूआत तक दुनिया के तीसरे सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अडानी एक ही झटके में 25 बिलियन डॉलर गंवाकर इस लिस्ट में सातवें नंबर पर पहुंच गए।
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि सरकारी बैंकों ने अडानी ग्रुप के निजी बैंकों की तुलना में दोगुना कर्ज दिया है। इसमें से 40 फीसदी कर्ज एसबीआई ने दिया है। बता दें कि अडानी ग्रुप ने बैंकों से भारी लोन लिया है। कहीं ना कहीं अब बैंकों को भी अपने नुसान का डर सता रहा है।
सबसे बड़ा झटका देश की सबसे बड़ी सरकारी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) को लगा है। LIC अडानी ग्रुप की कंपनियों में सबसे बड़ा घरेलू निवेशक है। शेयर क्रैश से अडानी ग्रुप के प्रोमोटरों के बाद सबसे ज्यादा नुकसान LIC का ही हुआ है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद LIC को 16 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ है। अडानी ग्रुप की सात कंपनियों में LIC की शेयरहोल्डिंग है। सिर्फ दो दिन में ही अडानी ग्रुप की कंपनियों में LIC की होल्डिंग वैल्यू 22 फीसदी तक कम हो गई।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी टोटल गैस में LIC की शेयरहोल्डिंग 5.96 फीसदी है। दो दिनों में बीमा कंपनी को 6,232 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। 27 जनवरी को मार्केट बंद होने तक अडानी टोटल गैस के शेयर 20 फीसदी तक लुढ़क गए थे। इसी तरह अडानी एंटरप्राइजेज के स्टॉक में LIC की हिस्सेदारी 4.23 फीसदी है। अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर के दाम 19 प्रतिशत की गिरावट के साथ 3442 से 2768 रुपये पर आ गए। इससे LIC को 3245 करोड़ का नुकसान हुआ है।
रिपोर्ट बाहर आने के बाद सेबी (SEBI) भी अलर्ट हो गया है। सेबी पिछले साल अडानी ग्रुप की तरफ से किए गए हर सौदे की बारीकी से जांच कर सकता है। अडानी ग्रुप ने हाल में कई बड़े सौदे किए हैं। इनमें अंबूजा सीमेंट्स और एसीसी लिमिटेड का अधिग्रहण भी शामिल है। बता दें कि ये अडानी ग्रुप के लिए ये परेशानियां उस समय खड़ी हुईं जब अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक रिपोर्ट पेश की थी। रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अडानी ग्रुप की 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियां 85 फीसदी से अधिक ओवरवेल्यू हैं। अडानी ग्रुप ने इस रिपोर्ट का खंडन किया था और कोर्ट जाने की चेतावनी दी थी।
- PTC NEWS