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Farmers Protest 2.0: सुरजेवाला का मोदी सरकार पर हमला, बोले- दिल्ली की सीमाएं सील, जैसे ये कोई दुश्मन देशों का बॉर्डर हो

Written by  Deepak Kumar -- February 13th 2024 02:49 PM
Farmers Protest 2.0: सुरजेवाला का मोदी सरकार पर हमला, बोले- दिल्ली की सीमाएं सील, जैसे ये कोई दुश्मन देशों का बॉर्डर हो

Farmers Protest 2.0: सुरजेवाला का मोदी सरकार पर हमला, बोले- दिल्ली की सीमाएं सील, जैसे ये कोई दुश्मन देशों का बॉर्डर हो

ब्यूरोः किसानों का आज यानी मंगलवार को 'दिल्‍ली चलो' मार्च शुरू हो गया है। दिल्ली की सीमाओं को प्रशासन ने सील कर दिया है। इसके साथ हरियाणा-पंजाब, दिल्ली से सटे राजस्थान और उत्तर प्रदेश से सटे दिल्ली के पड़ोसी जिलों में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं। इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार पर हमला बोला है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पूरा बॉर्डर सील कर दिया गया है, जैसे ये कोई दुश्मन देशों का बॉर्डर हो। हरियाणा-पंजाब, दिल्ली से सटे राजस्थान और उत्तर प्रदेश से सटे दिल्ली के पड़ोसी जिलों में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बंद कर दी गई हैं वो भी तब जब बोर्ड पेपर सर पर हैं।


आगे उन्होंने कहा कि दिल्ली के चारो तरफ के जिलों में मौखिक हिदायत दी गई है कि किसी किसान के ट्रैक्टर में 10 लीटर से ज्यादा डीजल ना डाला जाएगा। ये तो चौतरफा जुल्म का आलम है। अन्नदाता किसानों की हुंकार से डरी हुई मोदी सरकार एक बार फिर 100 साल पहले अंग्रेजों द्वारा दमनकारी 1917 के बिहार के चंपारण किसान आंदोलन और खेड़ा आंदोलन की याद दिला रही है। 

 

 

सुरजेवाला ने कहा कि जब भी इतिहास लिखा जाएगा, तब मोदी सरकार के दस साल के कार्यकाल को किसानों के खिलाफ क्रूरता, बर्बरता, दमन और दंशकाल के रूप में जाना जाएगा। 

इसके साथ कांग्रेस नेता ने दिल्ली की सत्ता में बैठे क्रूर और अहंकारी सत्ताधारियों से सवाल पूछें। उन्होंने कहा कि

  • क्या देश के अन्नदाता न्याय मांगने दिल्ली नहीं आ सकते?
  • क्या सरकार मानती है कि किसान दिल्ली की सत्ता पर कब्जा करना चाहते हैं?
  • देश के अन्नदाता प्रधानमंत्री और देश की सरकार से न्याय न मांगे, तो कहां जाएं? 
  • जब किसान आंदोलन पूरी तरह शांतिप्रिय है तो फिर किसान की राह में कीलें और कंटीली तारें क्यों?
  • क्या मोदी सरकार को देश की मिट्टी का दर्द और आत्महत्या करते अन्नदाताओं की वेदना सुनाई नहीं देती? 

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