NASA ने शेयर किया पंजाब में पराली जलाने का लेटेस्ट ट्रेंड, सेटैलाईट इमेज ने खोली पंजाब सरकार की पोल
ब्यूरो : नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) के डेटा और इमेजरी के आधार पर पंजाब के खेतों में पराली जलाने की स्थिति को समझा जा सकता है। NASA पिछले कुछ साल में पराली जलाने से एयर क्वालिटी पर पड़े असर की स्टडी कर रहा है।
25 अक्टूबर 2019 को पंजाब के इस मैप पर जो पॉइंट दिख रहा है, वो खेत में लगी आग को दर्शाता है। यह हर साल बदलता है। 25 अक्टूबर 2020 को खेत की आग का प्रतिनिधित्व करने वाले पॉइंट समान रहेंगे। 2021, 2022, 2023 की एक ही तारीख को ली गई सैंपल इमेजरी में समान पॉइंट दिखते हैं। नासा की इमेजरी रेड पॉइंट के साथ एक बड़ा क्षेत्र दिखाती है। ये पंजाब के खेतों में पराली जलाए जाने की घटनाओं को दिखा रही है।
मॉर्गन स्टेट यूनिवर्सिटी नासा गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर के सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट हिरेन जेठवा ने कहा, “मुझे यह देखकर हैरानी हुई कि पंजाब और हरियाणा में आग की घटनाएं सबसे कम हैं। हमने खेतों में पराली जलाने की इतना कम ट्रेंड पहले कभी नहीं देखा। ऐसा लगता है कि इस जुलाई और अगस्त में हरियाणा और पंजाब में अधिक बारिश हुई, जिससे कुछ फसलें नष्ट हो गईं।”
वैज्ञानिक ने कहा, “मुझे थोड़ा डर है कि ( पराली जलाने) की घटनाओं में देरी हो गई है। अब तक बड़ी आग नहीं देखी गई। आने वाले दो हफ्तों में ऐसा होने की संभावना है।”
वहीं दूसरी तरफ निगरानी एजेंसियों के अनुसार, दिल्ली की वायु गुणवत्ता (AQI) बुधवार को लगातार तीसरे दिन “खराब” श्रेणी में दर्ज की गई। अगले कुछ दिनों में दिल्ली के AQI में बड़े सुधार की गुंजाइश नहीं है। शहर का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स(AQI) बुधवार सुबह 10 बजे 238 था। ये मंगलवार शाम 4 बजे 220 पर पहुंच गया था।
- PTC NEWS