देश में गहराया बिजली संकट, उत्तर रेलवे ने आज से रद्द की ये 8 पैसेंजर ट्रेनें
गर्मियों का मौसम आते ही देश के अधिकतर राज्यों में बिजली संकट गहरा गया है। गर्मी के कारण बिजली की मांग बढ़ गई है तो वहीं कोयले का संकट भी राज्यों के सामने खड़ा है। बिजली की कमी के कारण कई राज्यों में घंटों कट लगाए जा रहे हैं। अब बिजली की कमी का असर परिवहन सेवा पर भी पड़ने लगा है। बिजली उत्पादन के लिए कोयले की उपलब्धता जरूरत के अनुपात से काफी कम है इस वजह से बिजली की किल्लत देखी जा रही है। वहीं तमाम राज्य कोयले की खपत और स्टॉक को लेकर चिंता भी जाहिर कर चुके हैं। इधर यूपी, उत्तराखंड मे बिजली संकट के चलते कई-कई घंटे की कटौती भी जा रही है जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। वहीं कोयले की निर्बाध और समय पर डिलवरी सुनिश्चित करने के लिए उत्तर रेलवे ने 28 अप्रैल से अगले आदेश तक 8 पैसेंजर्स ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया है। इन ट्रेनों को किया गया है निरस्त ट्रेन नंबर 14308 बरेली-प्रयागराज संगम- 28 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त ट्रेन नंबर 14307 प्रयागराज संगम- बरेली- 29 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त ट्रेन नंबर 22453 लखनऊ मेरठ- 28 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त ट्रेन नंबर 22454 मेरठ- लखनऊ-29 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त ट्रेन नंबर 04380 बरेली- रोजा- 28 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त ट्रेन नंबर 04379 रोजा- बरेली- 29 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त ट्रेन नंबर 05331- काठगोदाम-मुरादाबाद- 28 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त ट्रेन नंबर 05332- मुरादाबाद-काठगोदाम-29 अप्रैल से अगले आदेश तक निरस्त इसे लेकर उत्तर रेलवे, मुरादाबाद मंडल की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया गया है। इसके अनुसार,” बिजली स्टेशनों को कोयले की निर्बाध और समय पर डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए कोयला ढोने वाली मालगाड़ियों को प्राथमिकता दी जा रही है। इस वजह स 28 अप्रैल से अगले आदेश तक 8 यात्री ट्रेनों को रद्द करने का फैसला लिया गया है। उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल ने जारी की प्रेस विज्ञिप्त उत्तर रेलवे मुरादाबाद मंडल द्वारा बुधवार, 27 अप्रैल को जारी किए गए प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, “ जैसा की सभी कि विदित है कि ग्रीष्म ऋतु आने के कारण बिजली की खपत अत्यधिक बढ़ गई है तथा बिजली घरों में कोयले की कमी न हो तथा बिजली घरों तक कोयला की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए रेल प्रशासन युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। कोयवा के सुगम और तीव्र गति से परिवहन हेतु भारतीय रेल कोयला ले जानें वाली मालगाड़ियों को उच्च प्राथमिकता देते हुए संचालित कर रहा है। इसी कारण कुछ ट्रेनों को उनके आगे लिखी दिनांक से अग्रिम आदेशों तक निरस्त करने का निर्णय रेल प्रशासन द्वारा लिया गया है। यूपी में कोरोना के दौरान आक्सीजन पहुंचाने के लिए ट्रेनों का इस्तेमाल किया गया था। इनके लिए सेफ पैसेज बनाए गये थे।अब कोयले को भी तय समय पर बिना किसी रुकावट यूपी में पहुंचाने के लिए कोयले की ट्रेनों को सेफ पैसेज के देने लिए पैसेंजर्स ट्रेनों को रद्द किया गया है। भारत में 70% बिजली का उत्पादन कोयले से होता है, लेकिन कोयले के ट्रांसपोर्ट के लिए रेलवे रैक की उपलब्धता कम होने और कोयले के आयात में कमी के कारण सप्लाई बाधित हुई है। यूपी में इसी समस्या को दूर करने के लिए रेलवे ने पहल की है।