प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया। ये इस मासिक रेडियो कार्यक्रम की 88वां एपिसोड है। उन्होंने कहा- "इस बार सबसे ज्यादा चिट्ठियां नए प्रधानमंत्री संग्रहालय को लेकर आई हैं। म्यूजियम में डिजिटाइजेशन पर भी फोकस बढ़ा है। 18 मई को दुनिया में इंटरनेशनल म्यूजियम डे मनाया जाएगा।
पीएम ने कहा कि इसे देखते हुए अपने युवा साथियों के लिए मेरे पास एक आइडिया है। क्यों न आने वाली छुट्टियों में आप अपने दोस्तों की मंडली के साथ स्थानीय म्यूजियम देखने जाएं। आप अपना अनुभव #MuseumMemories के साथ जरूर साझा करें।
आज इतिहास को लेकर लोगों की दिलचस्पी बढ़ रही है। पीएम म्यूजियम युवाओं के लिए आकर्षण बन रहा है। मेरा मन कर रहा है कि आपसे सवाल करूं आपकी जनरल नॉलेज जानने के लिए। आप जवाब नमो ऐप के सोशल मीडिया पर म्यूजियम क्विज के साथ शेयर कर सकते हैं। पहला सवाल है कि 'क्या आप जानते हैं कि देश के किस शहर में एक प्रसिद्ध रेल म्यूजियम है, जहाँ पिछले 45 वषों से लोगो को भारतीय रेल की विरासत देखने का मौका मिल रहा है?'
- पीएम का दूसरा सवाल: क्या आप जानते हैं कि मुंबई में वो कौन सा म्यूजियम है, जहां हमें बहुत ही रोचक तरीके से करेंसी का इवॉल्यूशन देखने को मिलता है? यहां ईसा पूर्व छठी शताब्दी के सिक्के मौजूद हैं तो दूसरी तरफ ई-मनी भी मौजूद है।
- पीएम का तीसरा सवाल ‘विरासत-ए-खालसा’ इस म्यूजियम से जुड़ा है। क्या आप जानते हैं, ये म्यूजियम, पंजाब के किस शहर में मौजूद है?
- पीएम का चौथा सवाल: पतंगबाजी में तो आप सबको बहुत आनंद आता ही होगा, अगला सवाल इसी से जुड़ा है। देश का एकमात्र काइट म्यूजियम कहां है?
- पीएम का 5वां सवाल: बचपन में डाक टिकटों के संग्रह का शौक किसे नहीं होता! लेकिन, क्या आपको पता है कि भारत में डाक टिकट से जुड़ा नेशनल म्यूजियम कहां है?
- पीएम का छठा सवाल: गुलशन महल नाम की इमारत में कौन सा म्यूजियम है? आपके लिए क्लू ये है कि इस म्यूजियम में आप फिल्म के डायरेक्टर भी बन सकते हैं, कैमरा, एडिटिंग की बारीकियों को भी देख सकते हैं।
- पीएम का सातवां सवाल: क्या आप ऐसे किसी म्यूजियम के बारे में जानते हैं जो भारत की टेक्सटाइल से जुड़ी विरासत को सेलिब्रेट करता है?
देश में बढ़ रहीं कैशलेश गतिविधियां
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, देश में कैशलेश गतिविधयां बढ़ रही हैं। हर दिन देश में 20 हजार करोड़ रुपये का कैशलेश ट्रांसजेक्शन हो रहा है। आप जो गली के नुक्कड़ की दुकानों पर यूपीआई पेमेंट करते हैं, इसका देश की तरक्की में बड़ा योगदान है। प्रधानमंत्री ने कहा, मार्च के महीने में यूपीआई ट्रांजेक्शन 10 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'देश के ज़्यादातर हिस्सों में गर्मी बहुत तेजी से बढ़ रही है। बढ़ती हुई ये गर्मी, पानी बचाने की हमारी ज़िम्मेदारी को भी उतना ही बढ़ा देती है। हो सकता है कि आप अभी जहां हों, वहां पानी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो। लेकिन, आपको उन करोड़ों लोगों को भी हमेशा याद रखना है, जो जल संकट वाले क्षेत्रों में रहते हैं, जिनके लिए पानी की एक-एक बूंद अमृत के समान होती है। साथियों, इस समय आजादी के 75वें साल में, आजादी के अमृत महोत्सव में, देश जिन संकल्पों को लेकर आगे बढ़ रहा है, उनमें जल संरक्षण भी एक है।
पीएम मोदी ने कहा, 'देश आजकल लगातार संसाधनों और इन्फ्रास्ट्रक्चर को दिव्यांगों के लिए सुलभ बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। देश में ऐसे कई स्टार्ट-अप्स और संगठन भी हैं जो इस दिशा में प्रेरणादायी काम कर रहे हैं। ऐसी ही एक संस्था voice of specially-abled people. आप भी अगर किसी दिव्यांग साथी को जानते हैं, उनके टैलेंट को जानते हैं, तो डिजिटल टेक्नोलॉजी की मदद से उसे दुनिया के सामने ला सकते हैं। जो दिव्यांग साथी हैं, वो भी इस तरह के प्रयासों से जरुर जुड़ें।'
गणित में भारतीयों को सबसे ज्यादा सहज होना चाहिए
पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा पर चर्चा के दौरान कुछ विद्यार्थियों ने कहा था कि उन्हें गणित से बहुत डर लगता है। साथियों गणित तो ऐसा विषय है, जिसे लेकर हम भारतीयों को सबसे ज्यादा सहज होना चाहिए। आखिर, गणित को लेकर पूरी दुनिया के लिए सबसे ज्यादा शोध और योगदान भारत के लोगों ने ही तो दिया है। पीएम ने कहा कैलकुलस और कम्प्यूटर्स तक ये सारे वैज्ञानिक आविष्कार जीरो पर ही तो आधारित हैं।