शिमला-मटौर NH पर सड़क के बीचों-बीच बनने लगी चाय,लगा दी रेहड़ी, पुलिस से हुई बहस
हिमाचल प्रदेश के जिला बिलासपुर के मंगरोट में शिमला-मटौर राष्ट्रीय राजमार्ग पर राजनकांत नाम के व्यक्ति ने एक बार फिर खोखा लगा दिया। जिसके बाद व्यक्ति ने सड़क पर चूल्हा जला कर चाय भी बनाना शुरू कर दी।
ब्यूरो: ये तस्वीर नेशनल हाइवे बिलासपुर में मंगरोट (घागस) के पास की है। जहां सड़क के बीचों-बीच चाय, कुरकुरे, चिप्स और लेज की रेहड़ी लगा दी गई है। रेहड़ी लगाने वाले राजनकान्त का कहना है मुझे आज तक मेरी जमीन का मुआवजा नहीं मिला। मेरी मर्जी मैं अपनी जमीन पर कुछ भी करूँ। आपको बता दें कि इससे पहले भी राजनकान्त ने नेशनल हाईवे पर टीन का बड़ा खोखा खड़ा कर दिया था, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया था।
राजनकांत ने सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह सड़क उनकी मलकीयत जमीन से होकर गुजरी है। राजनकांत के मुताबिक प्रशासन ने यह वादा किया था कि 5 मार्च को उसकी जमीन की निशानदेही कर दी जाएगी। लेकिन प्रशासन ने अभी तक उनकी जमीन की निशानदेही नहीं की है। जिसके चलते उसने सड़क पर रेहड़ी लगाने का फैसला किया।
जैसे की घटना की सूचना पुलिस प्रशासन को मिली वैसे ही मौके पर पुलिस आ पहुंची। बरमाणा थाना के पुलिसकर्मी उसे मौके से हटाने लगे। लेकिन परिजनों द्वारा इसका विरोध किया गया। जिसके बाद पुलिस और परिवार के सदस्यों के बीच खूब बहस हुई। परिवार वालों के ना मानने के बाद पुलिसकर्मियों ने एसडीएम सदर से बात की और वहां से वापिस चले गए। एसडीएम ने बताया कि राजनकांत को बातचीत के लिए बुलाया गया है। आगे की कार्रवाई उसके बाद ही की जाएगी।
गौरतबल है कि पिछले साल दिसंबर 2022 में हाईकोर्ट के आदेशों के बाद सड़के के किनारे से राजनकांत के खोखे को हटाया गया था। जिसके बाद से यह विवाद शुरू हो गया था। उस समय भी राजनकांत ने काफी विरोध किया था। ऐसे में अब देखना यह होगा एसडीएम से बातचीत के बाद इस मसले का क्या हल निकलता है।