यूपी विधान परिषद चुनावों में बीजेपी ने हासिल की प्रचंड जीत, बुरी तरह से हारी सपा
उत्तर प्रदेश विधान परिषद चुनाव के परिणाम (UP MLC Election Result 2022) आ गए हैं। चुनाव में बीजेपी ने एक तरफा जीत दर्ज करते हुए 36 में से 33 सीटें अपने नाम की हैं। इनमें 9 सीटें निर्विरोध बीजेपी के खाते में गईं। चुनाव में प्रमुख विरोधी दल सपा को बुरी हार का सामना करना पड़ा है। वह एक सीट भी नहीं जीत सकी है।
हालांकि 3 निर्दलीय प्रत्याशी जरूर भाजपा और सपा की लड़ाई में अपनी पहचान बनाए रखने में कामयाब रहे हैं। चुनाव में जौनपुर से भाजपा प्रत्याशी बृजेश सिंह प्रिंशू ने एकतरफा जीत दर्ज की है। उन्होंने सपा प्रत्याशी मनोज यादव को बड़े अंतर से हराया। बीजेपी द्वारा मैदान में उतारे गए 36 उम्मीदवारों में से पांच समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता हैं, जो फरवरी-मार्च में हुए विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इनमें सुल्तानपुर स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र से शैलेंद्र प्रताप सिंह, गोरखपुर-महाराजगंज से सीपी चंद, बलिया से रविशंकर सिंह 'पप्पू', झांसी-जालौन-ललितपुर से राम निरंजन और बुलंदशहर से नरेंद्र भाटी शामिल हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय के अनुसार, चुनाव मैदान में 95 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे थे। इन्हें मिली जीत देवरिया-कुशीनगर नगर सीट से बीजेपी के रतनपाल सिंह जीते बाराबंकी से बीजेपी के अंगद कुमार सिंह जीते अयोध्या से बीजेपी के हरिओम पांडे जीते मुरादाबाद-बिजनौर से बीजेपी के सत्यपाल सिंह जीते प्रतापगढ़ से जनसत्ता दल के अक्षय प्रताप सिंह की जीत सीतापुर से बीजेपी के पवन सिंह चौहान जीते मुजफ्फरनगर-सहारनपुर से बीजेपी की वंदना वर्मा जीतीं मेरठ-गाजियाबाद से भाजपा के धर्मेंद्र भारद्वाज जीते आजमगढ़-मउ से निर्दलीय विक्रांत सिंह रिशू जीते वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह जीतीं गाजीपुर से बीजेपी के विशाल सिंह चंचल जीते इलाहाबाद-कौशांबी से बीजेपी के केपी श्रीवास्तव जीते बहराइच से बीजेपी की प्रज्ञा त्रिपाठी जीतीं दिलचस्प बात यह है कि सूबे की जिन तीन एमएलसी सीटों पर बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है, वहां पर निर्दलीय प्रत्याशी जीतने में कामयाब रहे हैं। निर्दलीय जीतने वाले तीनों ही प्रत्याशी ठाकुर समुदाय से हैं। वाराणसी-चंदौली-भदोही सीट पर बीजेपी प्रत्याशी डा। सुदामा पटेल को निर्दलीय प्रत्याशी अन्नपूर्णा सिंह के हाथों मात खानी पड़ी है। अन्नपूर्णा माफिया बृजेश सिंह की पत्नी हैं। प्रतापगढ़ एमएलसी सीट पर बीजेपी प्रत्याशी हरि प्रताप सिंह को करारी मात खानी पड़ी है। बीजेपी की तीसरी सीट आजमगढ़ में मात खानी पड़ी है, जहां पर बीजेपी एमएलसी यशवंत सिंह ने बगावत कर अपने बेटे विक्रांत सिंह को निर्दलीय चुनावी मैदान में उतारा था। बीजेपी के संख्या हुई 34 वर्तमान में 100 सदस्यीय सदन में भाजपा के 34 सदस्य हैं। अब बीजेपी, विधानसभा के बाद विधान परिषद में भी बहुमत हासिल करती दिख रही है। जबकि सपा के 17, बसपा के चार और कांग्रेस, अपना दल व निषाद पार्टी के एक-एक सदस्य हैं। वहीं, शिक्षक दल के दो, जबकि निर्दल समूह का एक निर्दलीय सदस्य भी विधान परिषद में मौजूद है।