Manipur violence: सुरक्षा बलों ने शुरू किया तलाशी अभियान, पकड़े गए 4 उग्रवादी
ब्यूरो : पिछले चार महीने से अधिक समय से चूड़ाचांदपुर, इंफाल पूर्व, इंफाल पश्चिम, बिष्णुपुर, तेंगनौपाल और कांगपोकपी सहित मणिपुर के विभिन्न जिलों में हिंसा, तनाव, अशांति और अराजकता फैली हुई है और केंद्र सरकार ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए राज्य में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया है।
सुरक्षा बलों द्वारा हिंसाग्रस्त राज्य के विभिन्न स्थानों पर सर्च ऑपरेशन के दौरान चार उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है। प्रतिबंधित विद्रोही समूह की राजनीतिक शाखा रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट आरपीएफ/पीएलए, नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालिम इसाक-मुइवा (एनएससीएन-आईएम) के एक-एक सक्रिय कैडर और कांगलेइपाक कम्युनिस्ट पार्टी (केसीपी) के 2 ओवर-ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) को गिरफ्तार किया गया।
यह तलाशी इंफाल-पश्चिम, इंफाल-पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल और काकचिंग जिलों के सीमांत और संवेदनशील इलाकों में की गई। इसके अलावा, इंफाल-पूर्व और बिष्णूर जिलों से तलाशी अभियान के दौरान 6 हथियार, 5 गोला-बारूद और 2 विस्फोटक बरामद किए गए।
Search Operation, Recovery of arms and ammunition and Arrest:
Search operations were conducted by security forces in the fringe and vulnerable areas of Imphal-West, Imphal-East, Bishnupur, Thoubal and Kakching districts and recovered 06(six) arms, 5(five) ammunition and 02 (two)… — Manipur Police (@manipur_police) August 29, 2023
मणिपुर पुलिस ने भी अपने एक्स हैंडल (पूर्व ट्विटर) पर लिखा, "मणिपुर पुलिस ने आरपीएफ/पीएलए के 1 सक्रिय कैडर, एनएससीएन (आईएम) के 1 सक्रिय कैडर और केसीपी (लामयांबा खुमान) के 2 ओजीडब्ल्यू को गिरफ्तार किया।"
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को मणिपुर हिंसा में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा जांच किए जा रहे आपराधिक मामलों की सुनवाई असम के गुवाहाटी में स्थानांतरित करने का आदेश दिया। भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ ने कहा कि मणिपुर में घाटियों और पहाड़ियों में पीड़ित हुए हैं और “हम इस पर नहीं जा सकते कि किसने अधिक पीड़ित किया, दोनों समुदायों में पीड़ित हैं।”
पीठ ने कहा कि पीड़ित और गवाह गुवाहाटी की अदालत में शारीरिक रूप से आने के बजाय मणिपुर में अपने घरों से इलेक्ट्रॉनिक रूप से गवाही दे सकेंगे।गौरतलब है कि मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा 3 मई को ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर (एटीएसयूएम) की एक रैली के बाद भड़की थी।
- PTC NEWS