रोहतक/सुरेंद्र सिंह: पीजीआई रोहतक में एमबीबीएस छात्रों का प्रदेश सरकार की बॉन्ड पॉलिसी के विरोध को लेकर 20वें दिन भी धरना जारी है। वहीं, एमबीबीएस स्टूडेंट्स के समर्थन में खाप और महिला व सामाजिक संगठन भी मैदान में उतर आए हैं। आज एमबीबीएस स्टूडेंट्स की मांगों को लेकर रोहतक शहर के डी पार्क पर एक दिन का सांकेतिक धरना दिया। वहीं, इस बॉन्ड पॉलिसी को वापिस करने की मांग करने के साथ साथ सरकार पर मेडिकल पढ़ाई के निजीकरण का आरोप भी लगाया।चंचल नांदल खाप प्रतिनिधि और जगमति सांगवान महिला संगठन ने कहा कि एमबीबीएस स्टूडेंट्स की बॉन्ड पॉलिसी के विरोध में चल रहे धरने के समर्थन में हमने एक दिन का धरना सभी खापों के प्रतिनिधियों और महिला व सामाजिक संगठनों ने डी पार्क पर दिया हैं । सरकार की यह बॉन्ड पॉलिसी बिलकुल सही नही है। इससे निजीकरण को बढ़ावा मिलेगा। यह बॉन्ड पॉलिसी में जब बैंक से स्टूडेंट्स कर्ज लेगा तो वह पढ़ाई पूरी करेगा तो वह चालीस लाख के कर्ज के नीचे दब जाएगा।इस बॉन्ड पॉलिसी से गरीब,मजदूर,किसान का बच्चा डॉक्टर नहीं बन पाएगा, क्योंकि किसान मजदूर एक गरीब आदमी इतने पैसे नहीं दे पाएगा। यह सरकार सरकारी अस्पतालों का निजीकरण करना चाहती है। सभी खाप पंचायतों और अन्य संगठनों का एमबीबीएस के छात्रों को पूरा समर्थन है।