रवि दहिया ने रचा इतिहास, एशियन चैंपियनशिप में लगातार जीता तीसरा गोल्ड
भारत के ओलंपिक मेडलिस्ट पहलवान रवि दहिया ने मंगोलिया की राजधानी उलानबटोर में खेले जा रहे एशियन रेसलिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया है। रवि ने यह मेडल 57 किलोग्राम भार वर्ग में जीता। रवि दहिया ने इससे पहले टोक्यो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था। वहीं, बजरंग पूनिया को 65 किलोवर्ग में रजत पदक से संतोष करना पड़ा। बजरंग फाइनल में ईरान के रहमान मूसा से 3-1 से हार गए। रवि ने 57 किलोग्राम फ्रीस्टाइल के फाइनल में कजाखस्तान के रखत कलजान (Rakhat Kaljhan) को हराकर गोल्ड जीता। इस तरह उन्होंने भारत को इस साल की चैंपियनशिप में पहला गोल्ड मेडल दिलाया। साथ ही वह एशियन चैंपियनशिप में तीन गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पहलवान बन गए। वहीं बजरंग पूनिया को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। शनिवार 23 अप्रैल को हुए इस फाइनल मुकाबले में रवि कुमार ने शुरुआत में पिछड़ने के बाद वापसी की और टेक्निकल सुपीरियॉरिटी के आधार पर कजाख पहलवान को 12-2 से मात देकर खिताब जीत लिया। हालांकि, भारत के लिए गोल्ड की दूसरी बड़ी उम्मीद और शीर्ष पहलवान बजरंग पूनिया खिताब के करीब आकर चूक गए। शनिवार को ही हुए 65 किलो फ्रीस्टाइल के फाइनल में बजरंग को इरान के रहमान अमूजदखलीली ने 3-1 से मात दी। इसके चलते बजरंग को सिल्वर मेडल से ही संतोष करना पड़ा। पिछले साल पहली बार ओलिंपिक (टोक्यो 2022) में उतरते ही रवि दहिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था। उसके बाद लंबे समय तक मैट से बाहर रहे रवि ने इसी साल वापसी की। सीजन के अपने दूसरे टूर्नामेंट में खेल रहे रवि ने हर राउंड में अपने मुकाबलों में शुरू में बढ़त गंवा दी थी लेकिन उन्होंने शानदार तरीके से वापसी करते हुए स्पर्धा में सभी प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ दिया। यह उनका सत्र का दूसरा फाइनल था। उन्होंने फरवरी में डान कोलोव स्पर्धा में रजत पदक जीता था। सोनीपत के नहरी गांव के रहने वाले ओलंपिक रजत पदक विजेता रवि ने एक बार फिर अपनी शारीरिक क्षमता और रणनीतिक श्रेष्ठता का परिचय देते हुए पुरुषों के 57 किग्रा फ्रीस्टाइल में पहले जापान के रिकुतो अराई को हराया और बाद में मंगोलिया के जानाबाजार जंदनबुड पर 12-5 से शानदार जीत दर्ज कर फाइनल में जगह बनायी।