अप्रैल के तीसरे सप्ताह में पारा पहुंचा 43 डिग्री के पार, गर्मी से लोग बेहाल
चरखी दादरी/प्रदीप साहू: चिलचिलाती धूप, तपती सडक़ें के बीच तेज पछुआ हवाओं ने शुरुआती गर्मी में ही आमजनों को परेशान कर दिया है। दोपहर को सडक़ों पर विरानी छा जाती है। ताल-तलैया सूख चुके हैं। लोगों को अप्रैल में ही मई, जून माह की तपिश का अनुभव हो रहा है। अप्रैल माह के दूसरे सप्ताह में ही तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार जा पहुंचा था। लगातार बढ़ते तापमान व चिलचिलाती धूप बढऩे के साथ ही बीमार होने का खतरा भी बढ़ गया है। इसमें सबसे अहम है, हीट स्ट्रोक यानी लू लगना। ऐसे मौसम में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। चिकित्सक भी इस गर्मी के मौसम में बहुत जरूरी होने पर घरों से बाहर निकलने की सलाह दे रहे हैं। अप्रैल के तीसरे सप्ताह में सूरज के तीखे तेवर होने की वजह से लू का प्रकोप बढऩे लगा है। रेगिस्तान से होकर आने वाली गर्म हवाओं की वजह से लगातार तापमान में बढोतरी हो रही है। इस समय चल रही गर्म हवाओं की वजह से 10 बजे से लेकर 4 बजे तक लू का प्रकोप देखा जा सकता है। साथ ही दिन और रात के तापमान में भी तेजी से वृद्धि हुई है। दिन का पारा 43.6 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है, जबकि यह सामान्य से 5.1 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक है। सोमवार को दादरी का पारा 43 डिग्री को पार कर गया। भीषण गर्मी के कारण बाजारों की रौनक गायब हो गई है। बाजारों में शीतल पेय पदार्थों की बिक्री भी बढ़ी है। लोगों का कहना है कि इस बार पिछले वर्षों की अपेक्षा गर्मी का प्रकोप बढ़ा है। बढ़ते गर्मी के प्रकोप से बचने के लिए लोग अब छाता लेकर घरों से निकल रहे हैं। वहीं, अस्पताल में भी मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। एसएमओ डॉ. अनिता गुलिया ने बताया कि लोगों को गर्मी से बचना चाहिए। घर से निकलते समय पानी की बोतल के साथ लेकर निकले। कटे हुए फलों का सेवन नहीं करना चाहिए। मच्छरों से बचाव के लिए शरीर को ढक कर रखें।