पानीपत में रेत माफिया ने किया पुलिस पर हमला, बाल-बाल बचे थानाध्यक्ष
रेत से लदे ट्रैक्टर-ट्रेलर के चालक की पहचान समालखा के हाथवाला गांव के मोनू उर्फ गुलरी के रूप में हुई है, जिसने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
रेत खनन माफिया ने बीती रात बापोली इलाके में पुलिस टीम पर हमला कर दिया। हमले में रेत से लदे ट्रैक्टर-ट्राली की टक्कर से बापोली थानाध्यक्ष एसआई महाबीर सिंह का सरकारी वाहन सड़क पर पलट गया, हालांकि थानाध्यक्ष समेत सभी पुलिस कर्मी बाल-बाल बच गए।
घटना के दौरान एसएचओ और उनकी टीम के सदस्य वाहन से खेतों में कूदकर जान बचाने में कामयाब रहे। हालांकि, चालक एसपीओ नाहर सिंह वाहन में फंस गया और बाद में उसे पलटी हुई गाड़ी से बाहर निकाला गया।
रेत से लदे ट्रैक्टर-ट्रेलर के चालक की पहचान समालखा के हाथवाला गांव के मोनू उर्फ गुलरी के रूप में हुई है, जिसने मौके से भागने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
पुलिस ने बापोली एसएचओ की शिकायत पर उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 186, 427, 332, 353 और 307 तथा खनन अधिनियम की धारा 21 (4) के तहत मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
शिकायत में एसएचओ महाबीर ने कहा कि वह अपनी टीम के हेड कांस्टेबल संदीप और तेजपाल एसपीओ धरमबीर और नाहर सिंह के साथ आधिकारिक वाहन में क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। जब उन्होंने खोजकीपुर गांव से रेत से लदा एक ट्रैक्टर-ट्रेलर देखा तो ड्राइवर से रुकने का इशारा किया। ड्राइवर ने जैसे ही हमें देखा तो हमारी वाहन में जोरदार टक्कर मारा।
पुलिस ने ट्रैक्टर-ट्राली को जब्त कर आरोपी को मौके से दबोच लिया है।एसपी शशांक कुमार सावन ने बताया कि मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को अदालत में पेश किया गया, जिसने उसे एक दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया।
आरोपी का आपराधिक अतीत रहा है
समालखा के हथवाला गांव का मोनू उर्फ गुलरी करीब 4-5 साल पहले अवैध खनन के एक मामले में आरोपी था। मोनू को अवैध खनन मामले में बरी कर दिया गया था, लेकिन पुलिस टीम पर हमला करने का दोषी पाया गया था।